अपनी जडों से जुडने की खुशवंत सिंह की इच्छा अंतत: हुई पूरी
लाहौर: प्रसिद्ध भारतीय पत्रकार और लेखक दिवंगत खुशवंत सिंह की इच्छा के अनुसार उनकी अस्थियां पकिस्तान के पंजाब प्रांत में उनके जन्म स्थल में लाई गई हैं.जिस स्कूल में सिंह ने पढाई की थी उस गवर्नमेंट बॉयज हाई स्कूल हदाली के पूर्व प्रधान अध्यापक मोहम्मद हेयात ने कहा, ‘‘ 99 साल के बाद बेटा अपनी […]
लाहौर: प्रसिद्ध भारतीय पत्रकार और लेखक दिवंगत खुशवंत सिंह की इच्छा के अनुसार उनकी अस्थियां पकिस्तान के पंजाब प्रांत में उनके जन्म स्थल में लाई गई हैं.जिस स्कूल में सिंह ने पढाई की थी उस गवर्नमेंट बॉयज हाई स्कूल हदाली के पूर्व प्रधान अध्यापक मोहम्मद हेयात ने कहा, ‘‘ 99 साल के बाद बेटा अपनी मिट्टी में आया है.’’ हदाली सिंह का जन्म स्थल है. यह पंजाब प्रांत के खुशाब जिले का एक शहर है जो लाहौर से 280 किलोमीटर दूर है. सिंह का 20 मार्च को नई दिल्ली में निधन हो गया था.जहां वह बचपन में खेलते थे वहां स्थित एक शीशम के पेड के नीचे उनकी अस्थियों को सीमेंट में मिलाकर संगमरमर की एक पट्टी बनाई गई.
पाकिस्तानी लेखक और स्तंभकार फकीर सैयद अजीजुद्दीन, सिंह की अस्थियां भारत से यहां उनकी इच्छा पूरी करने के लिए लेकर आए हैं. पट्टी पर लिखा है : ‘‘ एक सिख, एक विद्वान और पंजाब के हदाली का बेटा. यह वह जगह हैं जहां मेरी जडें हैं. मैंने इन जडों को पुरानी यादों के आंसुओं से सींचा है.’’