‘विक्टरी डे’ में शामिल हुए राष्ट्रपति पुतिन
सेवास्तोपोल (क्रीमिया):काला सागर स्थित प्रायद्वीप के रूस में शामिल होने के बाद यहां पहली बार आये राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने हजारों लोगों के सामने क्रीमिया की रूस में वापसी का स्वागत किया. हालांकि उनके इस उत्साही दौरे की यूक्रेन और नाटो ने तुरंत आलोचना की. रूस का ‘विक्टरी डे’ दूसरे विश्वयुद्ध में नाजी ताकतों पर […]
सेवास्तोपोल (क्रीमिया):काला सागर स्थित प्रायद्वीप के रूस में शामिल होने के बाद यहां पहली बार आये राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने हजारों लोगों के सामने क्रीमिया की रूस में वापसी का स्वागत किया. हालांकि उनके इस उत्साही दौरे की यूक्रेन और नाटो ने तुरंत आलोचना की.
रूस का ‘विक्टरी डे’ दूसरे विश्वयुद्ध में नाजी ताकतों पर जीत का दिन है. सोवियत सरकार ने बर्लिन में हस्ताक्षर समारोह के बाद नौ मई को जीत की घोषणा की थी. मॉस्को के वार्षिक लाल चौक परेड और क्रीमिया के बंदरगाह सेवास्तोपोल में सैन्य शक्ति प्रदर्शन सहित बड़े पैमाने पर समारोह ऐसे वक्त में हो रहा है जब यूक्रेन बीते कई दशकों के सबसे गंभीर राजनीतिक संकट का शिकार है.
पूर्व में रूस समर्थक उग्रवादी कीव की सरकार के विरुद्ध लड़ रहे हैं और रविवार को क्षेत्र में जनमतसंग्रह कराने की तैयारी कर रहे हैं. पुतिन ने क्रीमिया की रूस में वापसी की प्रशंसा करते हुए उसे ‘मातृदेश में वापसी’ और ‘ऐतिहासिक न्याय और हमारे पूर्वजों की यादों’ के प्रति श्रद्धांजलि बताया. करीब 20 लाख आबादीवाला यह प्रायद्वीप 1954 से इस वर्ष मार्च तक यूक्रेन का हिस्सा था. नौका पर सवार पुतिन ने सेवास्तोपोल खाड़ी में लंगर डाले रूसी काला सागर बेड़े के जहाजों को पार किया और 70 सैन्य विमानों की उड़ानें देखने से पहले बेड़े के चालक दल के सदस्यों को बधाई भी दी.