काबुल : तालिबान लडाकों ने नाटो सेना की घर वापसी के पहले के अपने अंतिम हमले की शुरुआत करते हुए आज काबुल हवाई अड्डे पर राकेट दागे लेकिन ये निशाना चूक गए और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
अफगान अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कम से कम दो राकेट तडके 5 बजे दागे गए. आतंकवादियों ने अमेरिकी नेतृत्व वाले विदेशी बलों और अफगान सरकार के प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की शुरुआत करने के लिए इसी समय पर हमले शुरु किए जाने का ऐलान किया था. तालिबान नेताओं ने पिछले सप्ताह कहा था कि नाटो के लडाकू सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी से पूर्व ये हमले अंतिम कार्रवाई होंगे और इनका मकसद देश से ‘‘काफिरों की गंदगी’’ का सफाया करना होगा.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने बताया, ‘‘ दो राकेट काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उत्तर में जाकर गिरे. इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.’’ नाटो के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायक बल : आईएसएएफ : ने पुष्टि की कि वह हवाई अड्डे पर हुए हमले की जांच कर रही है जहां उसका सैन्य अड्डा है. बल ने यह भी कहा कि मोर्टार बगराम हवाई अड्डे पर दागे गए जो अफगानिस्तान में आईएसएएफ का सबसे बडा अड्डा है. तालिबान ने मान्यताप्राप्त ट्विटर एकाउंट से हमलों की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है. मुस्लिमों और यहूदियों के बीच प्राचीन काल में हुई लडाई के नाम पर इस अभियान का नाम ‘‘खैबर’’ रखा गया है.