आतंकी हमलों से कराची में वायु यातायात पर पड़ सकता है बुरा प्रभाव

कराची : पाकिस्तान विमानसेवा के अधिकारियों को डर है कि कराची हवाईअड्डा टर्मिनल की इमारत पर हुए आतंकी हमलों से जिन्ना अंतर्राष्टरीय हवाईअड्डे पर आने वाले अंतर्राष्टरीय वायु यातायात पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स के अधिकारियों ने माना है कि आतंकी हमलों पर प्रारंभिक प्रतिक्रियाएं अच्छी नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2014 11:36 AM

कराची : पाकिस्तान विमानसेवा के अधिकारियों को डर है कि कराची हवाईअड्डा टर्मिनल की इमारत पर हुए आतंकी हमलों से जिन्ना अंतर्राष्टरीय हवाईअड्डे पर आने वाले अंतर्राष्टरीय वायु यातायात पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स के अधिकारियों ने माना है कि आतंकी हमलों पर प्रारंभिक प्रतिक्रियाएं अच्छी नहीं रही हैं. इन अधिकारियों का नाम उजागर नहीं किया गया. एक अधिकारी ने कहा, कुछ विदेशी विमानसेवाओं ने पहले ही कराची आने वाली अपनी उडानें या तो निलंबित कर दी हैं या फिर वे विभिन्न जगहों से जिन्ना अंतर्राष्टरीय हवाईअड्डे पर आने वाली उडानों के मौजूदा संचालन की समीक्षा कर रही हैं. विदेशी विमानसेवाओं के विपणन प्रमुख ने बताया कि हांगकांग में उनके मुख्यालय ने इस सप्ताह कराची जाने वाली दो उडानें निलंबित कर दी हैं.

उन्होंने कहा, विमान सोमवार और बुधवार को आती और जाती हैं लेकिन इस सप्ताह उन्हें रद्द कर दिया गया है और कराची को जाने वाले विमानों के संचालन के बारे में अंतिम निर्णय इस सप्ताह लिया जाएगा. बीते सोमवार को पुराने हवाईअड्डा टर्मिनल को लगातार छह घंटे तक आतंकवादी हमले से जूझना पडा था. इस हमले में दस आतंकवादी एवं कम से कम 26 सुरक्षा अधिकारी मारे गए थे.

पीआईए में एक सूत्र ने कहा कि कल हुए हमले ने चीजों को और भी खराब कर दिया है. हवाईअड्डा सुरक्षाबल के अनुसार, दो आंतकियों ने पुराने हवाईअड्डे के पास एएसएफ अड्डे में घुसने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा बलों की कडी जवाबी कार्रवाई के बाद वे भाग निकले.

अधिकारी ने माना, जो भी हुआ हो, कोई नहीं जानता लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि अंतर्राष्टरीय मीडिया ने इसकी खबर हवाईअड्डे पर एक नए आतंकी हमले के रुप में बनाई और इससे हमारी छवि को कोई फायदा नहीं मिला है.

11 सितंबर को अमेरिका में हुए हमलों के बाद से पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति के संदर्भ में चिंताओं के चलते कराची पहले ही बहुत सा हवाई यातायात खो चुका है. बहुत सी विदेशी विमानसेवाओं ने पाकिस्तान के सबसे बडे शहर और आर्थिक राजधानी कराची से अपनी नियमित सेवाएं बंद कर ली हैं.

जिन्ना हवाईअड्डे पर उडान संचालन से जुडे एक कर्मचारी ने बताया, इस समय सबसे ज्यादा उडानें उन विमानसेवाओं की होती हैं, जो मध्यपूर्व की हैं. इस हवाईअड्डे से भरी जाने वाली अधिकतर उडानें इन्हीं देशों के लिए हैं. उन्होंने कहा, यह देखना अभी बाकी है कि इस आतंकी हमले से वायु यातायात पर कितना प्रभाव पडता है लेकिन संकेत कोई ज्यादा अच्छे नहीं हैं.

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