इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत कबायली इलाके में पिछले 24 घंटे में हुए दो अमेरिकी ड्रोन हमलों में 16 आतंकवादी मारे गए. इस तरह के हमले पांच महीने के अंतराल के बाद हुए हैं.
डॉन न्यूज की खबर में कहा गया है कि एक पश्चिमोत्तर कबायली जिले में आज तडके एक अमेरिकी ड्रोन हमले में 10 आतंकवादी मारे गए. इसके कुछ घंटे बाद उत्तरी वजीरिस्तान के दरगाह मंडी इलाके में ही दूसरा ड्रोन हमला हुआ जिसमें 6 आतंकी मारे गए.
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पहले हमले में उत्तरी वजीरिस्तान के दरगाह मंडी इलाके में एक परिसर के पास खडे वाहन पर चार प्रक्षेपास्त्र दागे गए. पाकिस्तान में अब से पहले आखिरी ड्रोन हमला दिसंबर 2013 के अंतिम हफ्ते में किया गया था जिसमें 3 आतंकी मारे गए थे.
इसके बाद ड्रोन हमले अस्थायी तौर पर रोक दिए गए थे ताकि पाकिस्तान सरकार को 7 साल से जारी आतंक के अंत के लिए तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ बातचीत का मौका उपलब्ध कराया जा सके.
बहरहाल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पिछले महीने यह स्पष्ट कर दिया था कि कार्रवाई योग्य सूचना के आधार पर ड्रोन हमले तथा आतंकवादियों को पकडने के अभियान जारी रहेंगे. पाकिस्तान ने ड्रोन हमलों की आलोचना करते हुए इन्हें अपनी संप्रभुता का उल्लंघन तथा आतंकवाद निरोधक प्रयासों के लिए नुकसानदायक बताया है.
तड़के ड्रोन हमले इसलिए किए गए क्योंकि पाकिस्तानी तालिबान ने पुष्टि की थी कि उजबेक आतंकवादी कराची अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर किए गए भीषण हमले में शामिल थे जिसमें कम से कम 39 लोग मारे गए.रविवार की रात जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अलग अलग दिशाओं से दो समूहों में 10 उजबेक आतंकी घुसे. वहां करीब 13 घंटे तक खूनखराबा हुआ. इस हमले में 10 आतंकवादियों सहित 37 लोग मारे गए.
हवाईअड्डे पर कब्जा करने की इस कोशिश के एक दिन बाद, तालिबान आतंकियों ने कराची अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के बाहर हवाईअड्डा सुरक्षा बल के एक प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया. पाकिस्तानी बलों की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी भाग गए. कराची हवाईअड्डे पर हुए भीषण हमले के बाद पाकिस्तान पर कडे कदम उठाने के लिए दबाव बढ़ रहा है.
मंगलवार को पाकिस्तानी लडाकू विमानों ने देश के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में हवाई हमले किए जिनमें कम से कम 25 आतंकी मारे गए. सुबह सुबह ये हमले खैबर कबायली एजेंसी की तिराह घाटी में तालिबान के ठिकानों पर किए गए थे.