कीव : रुस ने यूक्रेन के साथ समझौता न हो पाने पर उसकी गैस आपूर्ति बंद करने की धमकी दी है. इससे शीतयुद्ध के बाद के सबसे खराब पूर्वी-पश्चिमी संकट की आशंका बढ़ गई है. यदि यह समझौता हो जाता तो यूरोप को गैस आपूर्ति बाधित होने से बचा लिया जाता.
पश्चिम समर्थक नये नेताओं की उर्जा संकट से जुड़ी समस्याओं पर गौर करते हुए यूक्रेन ने पिछली वार्ताओं की मेजबानी की थी. ये नेता दो माह से अलगाववाद का सामना कर रहे हैं, जो इस देश के अस्तित्व के लिए खतरा बन चुका है.
रुस की सरकारी गैस कंपनी गैजप्रोम ने एएफपी को बताया कि यूरोपीय संघ द्वारा प्रायोजित और रात भर चली वार्ता दोनों पक्षों के बीच कीमत और कीव पर मास्को के ऋण की राशि लेकर की तीखी असहमति खत्म नहीं कर सकी.
रुसी गैस कंपनी गैजप्रोम के प्रवक्ता सरजेई कुप्रियानोव ने टेलीफोन पर बताया, हमारे बीच कोई समझौता नहीं हुआ और दोबारा बैठक की संभावना कम है. हम मास्को लौटने वाले विमान में सवार हो चुके हैं. उन्होंने कहा यदि हमें सुबह दस बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह 6 बजे) तक पूर्व भुगतान नहीं मिलता है तो हम निश्चित तौर पर गैस की आपूर्ति नहीं करेंगे.
यूरोपीय संघ के एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि 28 देशों के ब्लॉक ने एक अंतरिम हल निकालने के लिए यूरोपीय संघ के उर्जा आयुक्त गुंथेर ओतिंजर की ओर से समग्र प्रस्ताव (पैकेज) सामने रखा.