इराक में लड रहे हैं 150 ऑस्ट्रेलियाई

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उसके लगभग डेढ सौ नागरिक इस समय इराक और सीरिया में चरमपंथी आतंकवादियों के साथ मिलकर लड रहे हैं या लडते रहे हैं. ऐसे में इन लोगों को घर लौटने की अनुमति देने में सुरक्षा का जोखिम हो सकता है.आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री जूली बिशप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2014 1:58 PM

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उसके लगभग डेढ सौ नागरिक इस समय इराक और सीरिया में चरमपंथी आतंकवादियों के साथ मिलकर लड रहे हैं या लडते रहे हैं. ऐसे में इन लोगों को घर लौटने की अनुमति देने में सुरक्षा का जोखिम हो सकता है.आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री जूली बिशप ने कहा, ‘‘लगभग 150 ऑस्ट्रेलियाई नागरिक सीरिया और इससे परे या तो विपक्षी समूहों के साथ मिलकर लडते रहे हैं या अभी भी लड रहे हैं.’’ अलकायदा के सहयोगी समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने पिछले दो सप्ताह में इराक में उपद्रव मचा रखा है और फिलहाल वह बगदाद में फैल जाने की धमकी दे रहा है. वह मध्यपूर्व में एक चरमपंथी खिलाफत पैदा करना चाहता है.

बिशप ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प को बताया, ‘‘सीरिया में ऐसा प्रतीत होता है कि एक निश्चित समय में वे (चरमपंथियों से मिलकर लड रहे ऑस्ट्रेलियाई) ज्यादा उदार विपक्षी समूहों से चरमपंथी समूहों का समर्थन करने लग गए हैं और इसमें क्रूर चरमपंथी समूह आईएसआईएस भी शामिल है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें चिंता है कि ऑस्ट्रेलियाई लोग उनके साथ काम कर रहे हैं, चरमपंथी बन रहे हैं और आतंकी गतिविधि सीख रहे हैं. ऐसे में यदि वे वापस ऑस्ट्रेलिया आते हैं तो यह एक खतरा होगा.’’

उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों की सलाह पर उन्होंने कई पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं. हालांकि इस बात पर उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी कि ये पासपोर्ट देश छोडने वालों के थे या देश में वापस आने वालों के. आव्रजन मंत्री स्कॉट मोरिसन ने कहा कि सरकार चरमपंथियों की ओर से लडने वाले और दोहरी नागरिकता रखने वाले लोगों का वीजा रद्द करने या उनकी नागरिकता को खत्म करने के विकल्पों पर गौर कर रही है. बिशप ने इराकी प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय एकता के आह्वान का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘हमें एक राजनैतिक हल निकालने की जरुरत है क्योंकि सैन्य हल विनाशकारी हो सकता है.’’

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