वॉशिंगटन: करीब दस साल पहले इराक में लापता होने के बाद भगोडा घोषित किया गया एक मरीन अमेरिका लौटा और यह दावा किया कि उसका अपहरण कर लिया गया था. उसके मामले की सुनवाई होने से पहले वह दोबारा नदारद हो गया. बहरहाल, अब यह मरीन अमेरिकी हिरासत में है.
अमेरिकी मरीन कारपोरल वासेफ अली हसौन (34 वर्ष) जून 2004 में इराक के पश्चिमी रेगिस्तान में अपनी यूनिट से नदारद हो गया था. कुछ माह बाद वह लेबनान के बेरुत में मिला और दावा किया कि इस्लामी चरमपंथियों ने उसका अपहरण कर लिया था. वह उत्तर कैरोलिना के लेजेयुने आया. उसके खिलाफ मुकदमा चलने वाला था लेकिन वह फिर नदारद हो गया. हाल ही में फिर उसका पता चला और उसे कल पश्चिम एशिया में किसी अज्ञात स्थान से वर्जीनिया के नोरफोक लाया गया.
प्रवक्ता कैप्टन एरिक फ्लैनैगन ने बताया कि हसौन को आज कैंप लेजेयुने लाया जाएगा जहां विचार किया जाएगा कि हसौन का कोर्ट मार्शल किया जाए या नहीं. फ्लैनैगन के अनुसार, हसौन का मामला सार्जेन्ट बोव बेर्गडैल के मामले से बिल्कुल अलग है. बेर्गडैल जून 2009 में पूर्वी अफगानिस्तान में अपनी चौकी से अचानक लापता हो गया था.