गाजा/यरुशलम:इस्राइल ने सोमवार को गाजा पट्टी पर और हवाई हमले किये तथा इस्नइली सेना ने हमास शासित क्षेत्र से आये एक ड्रोन विमान को मार गिराने का दावा किया. करीब एक सप्ताह से जारी इस संघर्ष में यह पहला मौका है जब इस्नइली सेना ने गाजा के इस तरह के किसी हथियार को मार गिराने का दावा किया है. इस संघर्ष में अब तक करीब 175 लोगों के मारे जाने की आशंका है.
इस बीच, इस्नइल ने हमास के रॉकेट हमले बंद कराने के लिए उत्तरी गाजा के अंदर पहली बार जमीनी अभियान शुरू किया, जबकि इस्नइली सेना के अभियान का दायरा बढ़ाने की धमकी के बाद 17 हजार फिलीस्तीनी अपने घर छोड़कर चले गये. संघर्षविराम की वैश्विक मांग को नजरअंदाज करते हुए इस्नइली सैनिक तड़के थोड़े समय के लिए गाजा क्षेत्र में घुस गये और रॉकेट छोड़नेवाले एक स्थल पर धावा बोला. यह पहली बार है जब इस्नइली बलों ने स्वीकार किया है कि वे गाजा में घुसे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस हमले में इस्नइली नौसैनिक कमांडो शामिल हैं.
इस्नइल उत्तरी गाजा के साथ अपनी सीमा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है जिससे इस अटकल को बल मिला है कि वह संभावित तौर पर जमीनी हमला कर सकता है. इस्नइली सेना ने कहा कि उसने अशदोद शहर के पास इस्नइली तटवर्ती क्षेत्र पर एक ड्रोन को मार गिराया. हमास की सैन्य शाखा ने एक बयान में कहा कि उसने इस्नइल के अंदर कई ड्रोन भेजे हैं और सही समय पर वे विस्तृत जानकारी देंगे.
संरा सुविधा केंद्रों में ली शरण इस बीच, गाजा पट्टी के उत्तरी क्षेत्र में बेट लाहिया क्षेत्र के करीब 17 हजार लोगों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित सुविधा केंद्रों में शरण ली, क्योंकि इस्नइल ने इस क्षेत्र के लोगों को अपने घर छोड़ने की चेतावनी दी थी. इस्नइली युद्धक विमानों ने खाली किये गये स्थानों पर बमबारी कर कथित विस्फोटक दागनेवाले स्थलों और हमास तथा इसलामी जिहाद जैसे चरमपंथी संगठनों के सदस्यों के घरों को निशाना बनाया.