फोर्टलेजा : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद को गलत ठहराया है. ब्रिक्स ने भारत के रुख की जोरदार पैरवी की है.
पांच प्रमुख विकासशील देशों के संगठन ब्रिक्स ने आतंकवाद के सभी स्वरुपों एवं गतिविधियों की भर्त्सना की है. ब्रिक्स ने जोर दिया है कि वैचारिक, राजनीतिक अथवा धार्मिक मुद्दों पर आधारित आतंकवाद की किसी भी गतिविधि को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता.
बीती रात ब्रिक्स शिखर बैठक के समापन के बाद जारी 17 पृष्ठों के फोर्टलेजा घोषणापत्र में कहा कहा गया है, ‘‘हम सभी इकाइयों का आह्वान करते हैं कि वे आतंकवादी गतिविधयों को वित्तीय मदद देने, प्रोत्साहित करने, प्रशिक्षण देने अथवा किसी दूसरी तरह से सहयोग करने से परहेज करें.
हमारा मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई को लेकर समन्वय बिठाने में संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख भूमिका है. इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक और मानवाधिकारों एवं मौलिक आजादी को सम्मान देते हुए अंजाम दिया जाना चाहिए.’’
ब्रिक्स नेताओं के साथ अपनी निजी मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रों की सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया कि आतंकवादियों को शरणस्थली नहीं मिले. इसे भारत के पडोस की ओर इशारे के तौर पर देखा गया.