27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित करेंगे नरेंद्र मोदी
नयी दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित करेंगे. यह उनका पहला वैश्विक भाषण होगा. संयुक्त राष्ट्र संघ की वार्षिक बैठक में वह दुनिया के दो सौ शीर्षस्थ लोगों के समक्ष अपना भाषण देंगे. इस मौके पर कई देशों के विदेश मंत्री भी उपस्थित रहेंगे. […]
नयी दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित करेंगे. यह उनका पहला वैश्विक भाषण होगा. संयुक्त राष्ट्र संघ की वार्षिक बैठक में वह दुनिया के दो सौ शीर्षस्थ लोगों के समक्ष अपना भाषण देंगे. इस मौके पर कई देशों के विदेश मंत्री भी उपस्थित रहेंगे.
संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनी 69वीं बैठक के प्रमुख वक्ताओं की लिस्ट जारी की है. जिसमें भारत के प्रधानमंत्री का नाम भी शामिल है, वे 27 सितंबर की सुबह को संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
परंपरा के अनुसार, ब्राजील के नेता आम चर्चा में सबसे पहले वक्ता होंगे. इसके बाद अगले वक्ता ओबामा हैं. बांग्लादेश, चीन और रुस के नेता भी इस वैश्विक संगठन को उसी दिन संबोधित करेंगे, जिस दिन मोदी का संबोधन है. पाकिस्तान महासभा को 25 सितंबर के दिन संबोधित करेगा.
महासभा को संबोधित करने के अलावा मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से पहली मुलाकात के लिए वाशिंगटन की यात्रा कर सकते हैं .मई में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की पहली विदेश यात्रा भूटान की थी. इसके बाद उन्होंने ब्रिक्स नेताओं के साथ बैठक के लिए पिछले माह ब्राजील की यात्रा की. कल वह दो दिवसीय यात्रा पर नेपाल के लिए रवाना होंगे.
सभी की निगाहें अगले माह होने वाली मोदी की अमेरिका यात्रा पर टिकी हैं, जहां वह ना सिर्फ वैश्विक नेताओं को संबोधित करेंगे, बल्कि संयुक्त राष्ट्र में द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा वह ओबामा से भी मुलाकात करेंगे.
बान के प्रवक्ता ने मई में कहा था कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को बहुत उम्मीद है कि मोदी महासभा में शिरकत करेंगे और खास तौर पर जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में शिरकत करेंगे क्योंकि भारत को इस मुद्दे पर एक अहम भूमिका निभानी है.
ओबामा उन पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने भारतीय राष्ट्रीय चुनावों में मोदी के नेतृत्व में उनकी पार्टी को मिली शानदार जीत पर मोदी को बधाई दी थी. ओबामा ने उन्हें व्हाइट हाउस आने का निमंत्रण दिया था. मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के बाद वर्ष 2005 में अमेरिका द्वारा उन्हें वीजा देने से इनकार किए जाने के बाद यह ऐसा निमंत्रण है, जो उच्चतम स्तर से आया है.
संयुक्त राष्ट्र की चर्चा से इतर कई उच्चस्तरीय बैठकें भी होनी हैं, जहां वैश्विक नेता एक ही समय पर एक ही शहर में होने का लाभ उठाएंगे और अपने वैश्विक समकक्षों के साथ चर्चा करेंगे.