बीजिंग : चीन में पिछले 100 साल के इतिहास में पहली बार भीषण तबाही मचाने वाले भूकंप में मरने वालों की संख्या बढकर करीब 400 तक पहुंच गयी है और भूकंप से बर्बाद हुए युन्नान प्रांत में हजारों सैनिकों , पुलिस तथा दमकलकर्मियों को जिंदा बचे लोगों को जल्द से जल्द निकालने के लिए तैनात किया गया है. कल आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 398 हो गयी है और कई लोग अभी भी लापता हैं.
प्रशासन ने मलबे के पहाड के नीचे दबे जिंदा लोगों को तलाशने के लिए 11 हजार पुलिसकर्मियों तथा दमकलकर्मियों , सात हजार से अधिक सैनिकों और सशस्त्र पुलिस को इलाके में भेजा है. इस पहाडी इलाके में बचावकर्मी जिंदा बचे लोगों की तलाश में जुटे हैं. इलाके में जरुरी सामग्री तथा घायलों को अस्पतालों में ले जाने के लिए आठ विमान तथा सात हेलिकाप्टरों को भेजा गया है. भूकंप से झाओतोंग शहर और कुजिंग शहर में करीब 10.8 लाख अन्य प्रभावित हुए हैं जिनमें करीब 1,801 घायल शामिल हैं.
युन्नान के नागरिक मामलों के विभाग ने कहा कि भूकंप की वजह से करीब 2,30,000 लोगों को आपात रुप से बाहर निकाला गया.विभाग ने कहा कि भूकंप से करीब 80,000 मकान गिर गए और 1,24,000 अन्य गंभीर रुप से क्षतिग्रस्त हो गए. भूकंप का केंद्र लुदियान काउंटी के लोंगटाउशान में जमीन से 12 किलोमीटर की गहराई पर था.
प्रधानमंत्री ली क्विंग राहत कार्य की देखरेख के लिए भूकंप प्रभावित इलाकों में पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री भूकंप के केंद्र लोंगटाउशान टाउनशिप में पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों की जान बचाना शीर्ष प्राथमिकता है. रुको मत. कोई कसर बाकी मत छोडो.’’युन्नान ने झाओतोंग और कुजिंग शहरों के भूकंप प्रभावित इलाकों में 5,000 सैनिकों, पुलिस अधिकारियों और दमकलकर्मियों समेत 7,000 बचावकर्मी भेजे हैं.