US राष्ट्रपति ओबामा ने कहा,निर्दोषों का नरसंहार होगा तो हम करेंगे हस्तक्षेप
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इराक में इस्लामी आतंकवादियों आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिकी हवाई हमले को सही ठहराते हुए कहा कि दुनिया में कहीं भी निर्दोष लोगों का नरसंहार होगा तब अमेरिका हस्तक्षेप करेगा. उन्होंने कडे शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि अमेरिका निर्दोष लोगों का संहार रोकने के लिए हर बार हस्तक्षेप […]
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इराक में इस्लामी आतंकवादियों आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिकी हवाई हमले को सही ठहराते हुए कहा कि दुनिया में कहीं भी निर्दोष लोगों का नरसंहार होगा तब अमेरिका हस्तक्षेप करेगा. उन्होंने कडे शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि अमेरिका निर्दोष लोगों का संहार रोकने के लिए हर बार हस्तक्षेप करेगा.
ओबामा ने कहा, ‘दुनिया में कहीं कोई संकट हो तो अमेरिका हर बार हस्तक्षेप नहीं कर सकता और न ही करना चाहिए. लेकिन एक ऐसी स्थिति है जैसा कि इस पर्वत पर है. जब असंख्य निर्दोष लोग संहार का सामना कर रहे हों और हममें उसे रोकने की क्षमता हो- तब अमेरिका नजरें नहीं फेर सकता.’ उन्होंने देश के नाम साप्ताहिक संबोधन में कहा, ‘बात यह नहीं है कि हम कौन हैं. हम अमेरिकी हैं. हम आगे बढकर कदम उठाते हैं.’
इस्लामिक स्टेट के उन्मादी लडाकों की वजह से भागे हजारों याजिदी अल्पसंख्यक परिवार सिंजार पर्वतों पर फंसे हैं और उनके सामने पास खाने-पीने तक की समस्या है. इस्लामिक स्टेट को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया या आईएसआईएस के नाम से भी जाना जाता है.
ओबामा ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी सेना को एरबिल में कार्यरत अमेरिकी राजनयिकों एवं सैन्य सलाहकारों की रक्षा करने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इराक में अमेरिकी जंगी विमान वापस भेजने का ओबामा का आदेश तीन साल बाद एक ऐसे समय में आया है जब इस्लामिक स्टेट ने विशाल भूखंड और बांधों पर कब्जा कर लिया है तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों को घर बार छोडने के लिए बाध्य कर रहा है.