इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सत्ता से हटाने के लिए कौमी परचम लहराते हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने दो काफिले में राजधानी इस्लामाबाद की तरफ मार्च किया जबकि गुजरांवाला शहर में झडपें हुईं और विपक्षी नेता इमरान खान ने आरोप लगाया कि पीएमएल (एन) कार्यकर्ताओं ने उनके वाहन पर गोलियां चलाईं.
PMLN workers attacked again but I have asked our workers to remain calm and peaceful.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 15, 2014
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख खान और कनाडा आधारित धर्मगुरु ताहिरुल कादरी के नेतृत्व में चले दो काफिले इस्लामाबाद पहुंचेंगे और शीघ्र चुनाव के लिए शरीफ पर दबाव डालेंगे. अभी तकरीबन एक साल पहले ही शरीफ को चुनाव में जबरदस्त जीत मिली थी.
खान ने कहा, ‘पीएमएल (एन) कार्यकर्ताओं ने मेरे कंटेनर (वाहन) पर गोलीबारी की. अगर मुझे गोली लगती तो कौन मेरे पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रतिक्रिया करने से रोक सकता था.’ पीटीआई प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा कि अगर सरकार की कार्रवाइयों के चलते मार्शल लॉ लगता है तो उनकी पार्टी पर ही इलजाम लगाया जायेगा. खान ने कहा, ‘सरकार गुजरांवाला घटना के लिए हम पर आरोप लगा रही है. अगर सरकार की इन कार्रवाइयों पर मार्शल लॉ लगाया जाता है तो यह हम पर ही आरोप लगाएगी.’
खान ने उनके वाहन पर हमला कर रहे पीएमएल (एन) कार्यकर्ताओं के वीडियो फुटेज भी पेश किए. फुटेज में दिखाया गया है कि पीएमएल (एन) कार्यकर्ता उनके वाहन पर पत्थर और जूते चला रहे हैं. इस बीच, तहरीक-ए-इंसाफ प्रवक्ता शीरीन मजारी ने कहा कि गुजरांवाला में झडपों में उनके 8 पार्टी कार्यकर्ता घायल हो गए. शीरीन ने कहा कि उनमें से तीन गंभीर रुप से घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनके सिर पर चोटें आई हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि घटना में संघीय वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर के लोग संलिप्त हैं. गुजरांवाला जिला दस्तगीर का चुनाव क्षेत्र है.
शीरीन ने आरोप लगाया, ‘वहां मौजूद पुलिस ने पीएमएल (एन) कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की. तहरीक-ए-इंसाफ प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘अगर इस्लामाबाद के रास्ते में हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ तो हम गारंटी नहीं दे सकते कि वे शांतिपूर्ण रहेंगे.’ दोनों समूहों के प्रदर्शनकारियों की योजना ‘लांग मार्च’ के अंत में इस्लामाबाद में कल एक धरना करने की है. खान ने अपनी ‘आजादी मार्च’ का आगाज लाहौर के जमां पार्क से किया जबकि कादरी का ‘इन्कलाब मार्च’ माडल टाउन इलाके से शुरु हुआ.
पीटीआई का मार्च लाहौर से 70 किलोमीटर उत्तर स्थित गुजरांवाला पहुंच चुका था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कादरी के पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) आंदोलन का काफिला इमरान के काफिले के मुकाबले इस्लामाबाद के करीब है.
खान पहले ही यह कहते हुए अपनी मांगें रेखांकित कर चुके हैं कि शरीफ को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और देश में ताजा आम चुनाव कराने के लिए एक कार्यवाहक सरकार बनाई जानी चाहिए. कादरी ने भी अपने ‘इन्कलाब मार्च’ के लक्ष्य पेश किए हैं और कहा है कि उसका बुनियादी मकसद लोकतंत्र बहाल करना और गरीबी हटाना है.
I want 2 make it clear 2 Sharif govt that they can do what they want,we will not stop r Azadi March. I will deal with them when we reach Isl
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 15, 2014
इमरान ने गुजरांवाला में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘नवाज की राजशाही के खात्मे का, नया पाकिस्तान शुरु करने का वक्त आ चुका है. दस लाख पीटीआई समर्थक इस्लामाबाद पहुंचेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे पास इस वक्त सरकार को गिराने के लिए काफी ताकत है.’ इसपर परस्पर विरोधी रिपोर्टें हैं कि गुजरांवाला में झडप कैसे शुरु हुई. पंजाब के कानून मंत्री रानी मशहूद ने कहा कि पीटीआई कार्यकर्ताओं ने पीएमएल (एन) दफ्तर पर हमला किया. इससे संघर्ष की शुरुआत हुई.
PM Sharif should have his resignation ready His Badshahat & Gullu Butt style governance is over.Nation has spoken.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 15, 2014
मशहूद ने कहा, ‘हमारे चार कार्यकर्ता भी घायल हुए और हमने प्रदर्शन मार्ग पर तमाम पीएमएन (एन) दफ्तर बंद कर दिए. इस घटना के बाद श्री खान के लांग मार्च के मार्ग पर पुलिस बल दुगुना कर दिया. हमने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी संयम बरतने को कहा है.’ बहरहाल, पीटीआई वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उनकी रैली पर शरीफ के समर्थकों ने पथराव किया.
इमरान ने ट्वीट किया, ‘गुजरांवाला में पीटीआई कार्यकर्ताओं का भारी जमावडा है. मैंने शहर के बाहर उन्हें संबोधित किया. जुनून पहले से ज्यादा है.’ उधर, खारियां में समर्थकों को संबोधित करते हुए कादरी ने कहा कि उनकी पार्टी को उनके काफिले पर संभावित हमले की रिपोर्ट मिली है. इसके बाद उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी.