इस्लामाबाद : पाकिस्तान के मशहूर क्रिकेटर और राजनेता इमरान खान ने चेतावनी दी है कि अगर नवाज शरीफ इस्तीफा नहीं देंगे, तो वे उन्हें सत्ता से हटाने के लिए प्रधानमंत्री आवास पर धावा बोल देंगे. इमरान की धमकी के बाद सरकार विरोधी हजारों प्रदर्शनकारी भारी सुरक्षा वाले रेड जोन में प्रवेश कर चुके हैं और संसद भवन के सामने शिविर स्थापित कर दिया है.
खान ने बीती रात संसद के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, यदि नवाज शरीफ इस्तीफा नहीं देते हैं तो हम प्रधानमंत्री आवास में घुस जायेंगे. विपक्षी नेता ने कहा कि उन्होंने शरीफ को इस्तीफा देने के लिए बुधवार की शाम तक का वक्त दिया है.
अगर आज शाम तक वे इस्तीफा नहीं देंगे, तो इमरान खान अपने समर्थकों के साथ प्रधानमंत्री के आवास पर पहुंच जायेंगे. विगत कुछ दिनों से इमरान खान नवाज शरीफ के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका मानना है कि पाकिस्तान में प्रजातंत्र का अंत हो चुका है.
इंटर सर्विसिज पब्लिक रिलेशंस के प्रवक्ता असीम बाजवा ने ट्वीट किया, रेड जोन में स्थित इमारतें राज्य का प्रतीक हैं और इनकी सुरक्षा सेना द्वारा की जा रही है, इसलिए इन राष्ट्रीय प्रतीकों की गरिमा का सम्मान किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, व्यापक राष्ट्रीय एवं जनहित में उपयोगी वार्ता के जरिए मौजूदा गतिरोध के समाधान के लिए सभी पक्षों को धैर्य रखने, ज्ञान और दूरदर्शिता दिखाने की आवश्यकता है. खान पिछले साल के चुनाव में कथित धांधली के मुद्दे पर पीएमएल-एन सरकार का इस्तीफा चाहते हैं, जबकि कादरी देश में क्रांति लाना चाहते हैं. खान ने समर्थकों से कहा कि प्रदर्शन के ताजा चरण के लिए वे आज शाम 4 बजे वापस आयें.
खान और कादरी ने अलग अलग शुरुआत की लेकिन बाद में संसद की तरफ एक साथ बढे.रेड जोन में पहले कादरी के समर्थक घुसे. कादरी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संसद के सामने खुले क्षेत्र में संबोधित किया और कहा कि प्रधानमंत्री शरीफ के इस्तीफा देने तक वे राजधानी में ही डटे रहें.
सूचना मंत्री परवेज राशिद ने जीओ टीवी से कहा कि मार्च से इस लिखित वायदे का उल्लंघन हुआ है कि वे रेड जोन में प्रवेश नहीं करेंगे.कादरी ने कहा, मेरे समर्थक तब तक नहीं जायेंगे जब तक कि राष्ट्रीय सरकार नहीं बन जाती.अब तक मुद्दे के समाधान के सभी प्रयास विफल साबित हुए हैं क्योंकि खान और कादरी ने कहा है कि वे शरीफ के इस्तीफे से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे. खान ने अपने नये ट्वीट में कहा, जब अन्याय कानून बन जाता है, तो विरोध करना कर्तव्य हो जाता है.
कल हमने नये पाकिस्तान तथा लोकतंत्र के लिए एक बड़ा कदम उठाया. पाकिस्तान के घटनाक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी सतर्क है. अमेरिका ने सभी पक्षों से कहा है कि वे हिंसा से बचें और अपने मतभेदों का समाधान शांतिपूर्ण चर्चा के जरिये करें. अमेरिकी विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम इस्लामाबाद में प्रदर्शनों पर नजर रखे हुए हैं.
हम सभी पक्षों से हिंसा से बचने और संयम रखने तथा कानून व्यवस्था का पालन करने का आग्रह करते हैं. ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने आज एक बयान में कहा, हम लोकतांत्रिक पाकिस्तान तथा राजनीतिक विवादों के समाधान के लिए लोकतांत्रिक संस्थाओं के इस्तेमाल का मजबूती से समर्थन करते हैं. मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान में सभी पक्ष राजनीतिक मतभेदों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए संविधान के तहत मिलकर काम कर सकते हैं.