हनोई:सुषमा स्वराज ने आज दक्षिण पूर्व और पूर्व एशिया में 15 भारतीय मिशनों के प्रमुख के साथ चिंतन बैठक की.यह बैठक नई भाजपा नीत सरकार द्वारा इस रणनीतिक रुप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपनाई जाने वाली विदेशी नीति संबंधी पहल की रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से की गई.
मई में विदेश मंत्री का पद ग्रहण करने के बाद से सुषमा की यह भारतीय मिशनों के प्रमुखों के साथ दूसरी बैठक है. उन्होंने दिल्ली में पश्चिम एशिया के भारतीय मिशनों के प्रमुखों के साथ भी ऐसी ही बैठक की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुषमा की अध्यक्षता में यह बैठक क्षेत्र में भारतीय विदेश नीति के बारे में एक भावी रुपरेखा बनाने और इसका आकलन करने के उद्देश्य से बुलाई गई है.
एक राजनयिक सूत्र ने प्रेस ट्रस्ट को बताया कि बैठक में खास तौर पर सांस्कृतिक संबंधों के जरिये क्षेत्र में भारत का प्रभाव कायम करने की संभावना पर भी गौर किया जाएगा.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा नीत सरकार के क्षेत्र में देशों के साथ दोस्ताना और सांस्कृतिक संबंध स्थापित करना की है.द्विपक्षीय दौरे पर यहां आईं सुषमा ने भारत की करीब दो दशक पुरानी लुक ईस्ट पॉलिसीकी जगह एक्ट ईस्ट पॉलिसी की जरुरत पर जोर दिया.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा था कि सुषमा की वियतनाम यात्रा एक्ट ईस्ट पॉलिसी का हिस्सा है.