नयी दिल्ली: अपनी जापान यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि वह 30 अगस्त से शुरु हो रही यात्रा को लेकर अति उत्साहित हैं और यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी. मई में प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पहली बार उप-महाद्वीप के बाहर द्विपक्षीय यात्रा पर जा रहे मोदी ने कहा कि वह अपने जापानी समकक्ष शिंजो एबे से मिलने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि वह एबे के नेतृत्व का बहुत सम्मान करते हैं.
प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा, ’30 अगस्त को मैं अपनी जापान यात्रा की शुरुआत करुंगा. इस यात्रा को लेकर अति उत्साहित हूं. यह यात्रा दोनों देशों के बीच के संबंधों को और मजबूत करेगी.’ मोदी ने कहा, ‘मैं इस यात्रा को जापान के साथ हमारे संबंधों को नए स्तर पर ले जाने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के एक मौके के तौर पर देखता हूं.’
गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर जापान की यात्रा कर चुके मोदी ने कहा, ‘मैं विशेष रुप से प्रधानमंत्री शिंजो एबे से मिलने के लिए उत्सुक हूं. मैं उनके नेतृत्व का बहुत सम्मान करता हूं और पिछली मुलाकातों से ही हमारे संबंध बहुत गहरे हैं.’ जापान के साथ भारत की दोस्ती के समय की कसौटी पर खरा उतरने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘हम दो बडे प्रजातांत्रिक देश हैं जो विश्व में शांति एवं समृद्धि को आगे बढाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं जुलाई महीने की शुरुआत में जापान की यात्रा पर जाने वाला था पर संसद सत्र के कारण मैं वहां नहीं जा सका.’ उन्होंने कहा, ‘बतौर मुख्यमंत्री, जापान की यात्रा से जुडी कई मर्मस्पर्शी यादें हैं. जापान के आतिथ्य और सहयोग के क्षेत्र की असीम संभावनाओं ने मेरे मस्तिष्क पर गहरी छाप छोडी है.’ मोदी ने कहा कि जापान के लोगों का नवोन्मेष और उनकी सुस्पष्टता का स्तर प्रशंसनीय है. दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से काफी कुछ सीख सकते हैं.