काहिरा:जंग में गए मिस्र के एक सैनिक का 41 साल बाद अवशेष मिला है. नई सुएज नहर परियोजना के लिए श्रमिक जब खुदाई कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि वहां एक सैनिक का अवशेष मौजूद था. यह अवशेष अरब-इस्राइल जंग के दौरान 1973 में लापता हुए एक मिस्री सैनिक का है.
दैनिक अल-मस्री अल-यौम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि खुदाई के दौरान श्रमिकों को शव के निकट फौजी बूट, सैनिकों के इस्तेमाल में आनी वाली पानी की एक बोतल, एक कंघी और एक बटुआ मिला. बटुआ में राष्ट्रीय पहचानपत्र एवं सैन्य कार्ड थे. सैनिक की शिनाख्त मोहम्मद अतवा के रुप में की गई.
उल्लेखनीय है कि 1973 की जंग में मिस्र ने सिनाई प्रायद्वीप का ज्यादातर खोया हिस्सा पा लिया था. अतवा के जंग के बाद लापता होने की रिपोर्ट थी, लेकिन मिस्री सेना ने आधिकारिक प्रमाणपत्र जारी किया कि वह 1977 में शहीद हुआ
अतवा की बेटी इमान ने यौम 7 समाचार वेबसाइट को बताया कि वह चाहती है कि उसके पिता के अवशेष उसके गृहग्राम में दफन किए जाएं. जब अतवा जंग के लिए गए थे तो इमान सिर्फ एक साल की थी.
सैन्य परिवहन विभाग में ड्राइवर के बतौर कार्यरत अतवा की उम्र मौत के वक्त 22 साल की थी.