तोक्यो:आज तोक्यो के ओसाका पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शानदार स्वागत किया गया. इस पारंपरिक स्वागत के दौरान मोदी को चाय पिलाई गई. चाय के दौरान मोदी और शिंजो आबे के बीच चर्चा हुई. इसके बाद भारत और जापान के बीच शिखर वार्ता शुरू हो गई .
दोनों देशों के बीच होने वाली इस शिखर वार्ता में कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की अम्मीद है. स्वागत के दौरान मोदी को गार्ड आफ आनर से सम्मानित किया गया
अपनी पांच दिवसीय जापान यात्रा के दूसरे दिन क्योतो में मोदी ने जानलेवा बीमारी सिकल सेल एनीमिया से मुकाबले के लिए जापानी मदद मांगी. भारत में आदिवासियों में यह बीमारी बडे पैमाने पर पाई जाती है. मोदी ने क्योतो विश्वविद्यालय की स्टेम सेल रिसर्च फैसिलिटी के दौरे के दौरान यह मदद मांगी और उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली.
भारत और जापान के संबंधों में उस वक्त एक नया अध्याय शुरु होने की संभावना है जब दोनों नेता रक्षा एवं आधारभूत संरचना के क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर ध्यान देंगे और साथ ही व्यापार एवं निवेश को बढावा देने पर भी उनका जोर रहेगा.
असैन्य परमाणु सहयोग के साथ-साथ भारत की आधारभूत संरचना, खासकर रेलवे और गंगा नदी की साफ-सफाई, पर भी चर्चा होने की संभावना है.
मोदी जापान यात्रा पर एक बडे एजेंडा के साथ आए हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस यात्रा से भारत जापान द्विपक्षीय संबंधों का ‘एक नया अध्याय’ लिखा जाएगा और दोनों देशों की रणनीतिक व वैश्विक साझीदारी को एक नई उंचाई हासिल होगी. मोदी ने जापान यात्रा के लिए निकलने से पहले कहा था, ‘मैं अपने अच्छे मित्र प्रधानमंत्री शिंजो एबे के निमंत्रण पर भारत और जापान के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जापान यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक हूं.’
आर्थिक मोर्चे पर आबे जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की वकालत कर सकते हैं क्योंकि भारत मुंबई और अहमदाबाद के बीच एक ट्रेन नेटवर्क शुरु करने की योजना बना रहा है.