केप्टाउन: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को दक्षिण अफ्रिका ने ने वीजा देने से इन्कार कर दिया है. दलाई लामा केप्टाउन में अगले महीने होने वाले 14 वें नोबेल शांति पुरस्कार सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचने वाले थे. लेकिन दक्षिण अफ्रिका ने पांच सालों में लगातार तीसरी बार दलाई लामा के वीजा को रद्य कर दिया है. लामा ने वीजा पर प्रतिबंध लगने के बाद अपने दिए गए आवेदन को वापस ले लिया है. दक्षिण अफ्रीकी सरकार के इस रवैये के कारण शिखर सम्मेलन के आयोजन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. लामा इस वक्त भारत में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं.
बताया जाता है कि तिब्बत के चीन के साथ गहरे मतभेद को लेकर दक्षिण अफ्रिका ने यह कदम उठाया है. इस बात की पुष्टि दलाई लामा के नई दिल्ली के प्रतिनिधि नांग्सा कोएडान को दक्षिण अफ्रिका के अधिकारियों ने फोन पर दी. नांग्सा ने बताया कि वे लोगों ने फोने पर वहां के वीजा देने में असमर्थता जताई है. उन्होंने बताया कि ऐसे में दलाई लामा ने अपना दक्षिण अफ्रिका का दौरा रद्य करने का फैसला लिया है. वहां की सरकार का कहना है कि चीन के साथ वो संबंधों को खराब नहीं करना चाहती है.
शिखर सम्मेलन का आयोजन 13 से 15 अक्टूबर के बीच होने वाला है. दक्षिण अफ्रिकी सम्मेलन के प्रवक्ता आर्कबिशप डेसमंड टुटु ने बताया कि सरकार के इस फैसले के कारण सम्मेलन का बहिष्कार भी हो सकता है. अन्य आमंत्रित अतिथियों के भी सम्मेलन में हिस्सा लेने से इन्कार कर सकते हैं. उल्लेखनीय है कि तिब्बती धर्मगुरु ने 27 अगस्त को वीजा के लिए आवेदन दिया था.