बैंकॉक : तीन माह पहले सैन्य तख्तापलट में सत्ता हासिल करने वाले थाईलैंड के नए प्रधानमंत्री जनरल प्रयुथ चान-ओचा ने कहा है कि वह देश से मार्शल लॉ हटाना चाहते हैं लेकिन मौजूदा हालात इसकी इजाजत नहीं देते.
द नेशन नामक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी संभावना नहीं है कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली नेशनल काउंसिल फॉर पीस एंड ऑर्डर द्वारा निकट भविष्य में मार्शल लॉ हटाए क्योंकि कई समूह थाईलैंड और विदेश दोनों में शासन के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. 60 वर्षीय जनरल प्रयुथ ने एनसीपीओ के महासचिव एवं उप रक्षामंत्री जनरल उदोमदेज सिताबुत्र से कहा था कि वह मार्शल लॉ की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करें लेकिन जुंटा ने कल इस बैठक के दौरान मार्शल लॉ हटाने पर चर्चा नहीं की.
प्रधानमंत्री ने अपने साप्ताहिक टीवी कार्यक्रम में कल कहा, ‘‘मैं मार्शल लॉ बरकरार नहीं रखना चाहता लेकिन स्थिति सुधरने के साथ धीरे-धीरे प्रतिबंध हटाए जाएंगे। मैं आपको बताउंगा कि यह कब होगा. लेकिन हमें स्थायित्व बनाए रखने के लिए उपाय करने की जरुरत है. कृपया हमारे संकेत का इंतजार करें.’’ अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सेना ने ऐसे भूमिगत समूहों की पहचान की है, जो देश के उत्तर और पूर्वोत्तर हिस्से में एनसीपीओ के खिलाफ अभियान चला रहे हैं.
जनरल प्रयुथ ने सैन्य तख्तापलट में सत्ता हासिल की और देश के प्रधानमंत्री बन गए वह ऐसे पहले सैन्य अधिकारी हैं जो पिछले 22 सालों में देश के इस सर्वोच्च पद पर आसीन हुए हैं. जनरल प्रयुथ का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए उस समय पेश किया गया, जब राष्ट्रीय असेंबली ने एक निर्विरोध मुकाबले में उनके पक्ष में 191 वोट दिये। उनके विरोध में कोई मत नहीं पडा.