इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना के हेलीकॉप्टरों ने आज अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर बम बरसाए जिसमें 15 आतंकवादी मारे गए. दूसरी ओर पुलिस को निशाना बनाकर किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हो गयी. सेना ने एक बयान में कहा, ‘लडाकू हेलीकॉप्टरों ने उत्तरी वजीरिस्तान के तबाई इलाके में हमले कर विस्फोटकों से लदे 10 वाहनों और पांच आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इस कार्रवाई में 15 आतंकवादी मारे गए.’ इस बीच सेना ने कहा है कि कभी तहरीक ए तालिबान का गढ माने जाने वाले उत्तरी वजीरिस्तान का 80 प्रतिशत हिस्सा उसने आतंकवादियों से मुक्त करा लिया है.
सेना ने जून में अफगानिस्तान की सीमा से लगते उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के खिलाफ ‘जर्ब ए अज्ब’ नामक अभियान शुरु किया था. अभियान कराची अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुए आतंकी हमले के बाद शुरु किया गया था. हवाईअड्डे पर हमले में 37 लोग मारे गए थे. समाचार पत्र ‘डॉन’ के अनुसार सेना का कहना है कि अभियान के दौरान तीन महीनों में उत्तरी वजीरिस्तान के 80 प्रतिशत से अधिक हिस्से को मुक्त करा लिया गया है जिसमें मिरानशाह मुख्यालय, अब बर्बाद हो चुके उप जिला मीराली तथा दत्ताखेल तक विस्तारित 80 किलोमीटर से अधिक की संचार लाइन भी शामिलहै.
आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाकर कार्रवाई किए जाने से कुछ घंटे पहले आतंकवादियों ने पश्चिमोत्तर इलाके में तीन नागरिकों की हत्या कर दी. वायु सेना ने अभियान का नेतृत्व किया है और वह आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों पर हमले कर रही है. इस इलाके को देश में आतंकवाद का गढ माना जाता था. इसे मुक्त कराने के लिए सेना ने इन्फैंटरी और मेकेनाइज्ड बलों को उतारा जहां जून तक सरकारी मशीनरी का कोई प्रभुत्व नहीं था. ‘डॉन’ अखबार ने कहा कि सेना अब मिरानशाह के 35 किलोमीटर पश्चिम में दत्ताखेल तक पहुंच चुकी है और अपनी किलेबंदी मजबूत कर रही है तथा घने जंगलों वाली शवाल घाटी में भीषण लडाई से पहले योजना बनाने पर काम कर रही है.