न्यूयार्क : अमेरिका में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के बाद चीनी सैनिक भारतीय सीमा से वापस हटने के लिए तैयार हो गये हैं. मुलाकात के बाद सुषमा ने कहा कि चीनी सैनिक दो-तीन दिनों में लद्दाख के चुमार से वापस लौट जायेंगे. दोनों देश सीमा विवाद पर बातचीत कर इसे जल्द ही निपटा लेंगे. सुषमा ने बताया कि चीन ने 30 सितंबर तक अपनी सेना भारतीय सीमा से वापस बुलाने की बात कही है.
सुषमा ने कहा मुझे खुशी है कि दोंनो देश सीमा विवाद पर आपस में बैठकर बात करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 26 से 30 सितंबर के बीच वीनी सैनिक अपनी सीमा में वापस लौट सकते हैं. सुषमा ने पिछले दिनों चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग की भारत यात्रा को ऐतिहासिक बताया और इसे दोनों देशों के मधुर संबंध की नयी शुरुआत हुई है.
उल्लेखनीय है कि चीनी राष्ट्रपति के भारत दौरे के समय के पहले से यह तनाव जारी है हालांकि दौरे के बाद जब शी जिंनपिंग वापस जा रहे थे तो चीनी सैनिकों के भी नरमी के संकेत मिले थे. लेकिन इसके बाद भी वे सीमा पर तनाव की स्थिति पैदा करने में जुट गये हैं. सरकारी सूत्रों ने कहा था कि शनिवार को गाड़ियों पर सवार होकर लेह से 300 किलोमीटर दूर चुमार में आये चीनी सैनिकों ने भारतीय थलसेना की ओर से इलाके को खाली करने की चेतावनी बार-बार दिये जाने के बावजूद भारतीय सीमा में अपने तंबू गाड़े थे.
सूत्रों ने कहा कि पीएलए के करीब 100 जवानों को सामरिक रूप से अहम चौकी ‘प्वाइंट 30आर’ के पास देखा गया था. ‘प्वाइंट 30आर’ चौकी से भारत को चीन की सीमा में भीतर तक नजर रखने में मदद मिलती है. यह घुसपैठ चुमार इलाके में एक छोटी पहाड़ी पर पहले से ही मौजूद 35 चीनी सैनिकों के अतिरिक्त है.
चीनी सैनिक मांग कर रहे थे कि भारतीय थलसेना को इलाके से एक साथ वापसी करनी चाहिए पर थलसेना ने वहां रूकने का फैसला किया था. गुरुवार की रात चीनी सैनिक अपनी सीमा में लौट गये थे. पीएलए अक्सर ‘प्वाइंट 30आर’ चौकी के पास आती रही है, क्योंकि भारतीय थलसेना ने इसे एक निगरानी चौकी बना रखा है, जिससे भारत को चीन की सीमा के काफी भीतर तक उसकी गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलती है.