अमेरिकी मीडिया में भी नमो-नमो की गूंज
अमेरिका के अपने ऐतिहासिक व पहले आधिकारिक दौरे में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां की मीडिया में छा गये हैं. अमेरिकी मीडिया ने उनके अमेरिकी दौरा के दौरान वहां के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ रणनीतिक सहयोग को लेकर प्रस्तावित बातचीत को फोकस किया है. साथ ही अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय की उनके […]
अमेरिका के अपने ऐतिहासिक व पहले आधिकारिक दौरे में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां की मीडिया में छा गये हैं. अमेरिकी मीडिया ने उनके अमेरिकी दौरा के दौरान वहां के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ रणनीतिक सहयोग को लेकर प्रस्तावित बातचीत को फोकस किया है. साथ ही अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय की उनके स्वागत के लिए उमड़ रही भीड़, मोदी के कूटनीतिक व रणनीतिक बयानों व उनके अतीत को भी अखबारों में जगह दी गयी है.
शाहरुख व ब्रैड पिट से तुलना
अमेरिकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स के वेब संस्करण में मोदी पर एक लंबी स्टोरी है. उसमें लोगों को खींचने की उनकी क्षमता के कारण उनकी तुलना बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान व हॉलीवुड स्टार ब्रैड पिट से की गयी है. इस अखबार ने उनके आतंकवाद से लड़ने की प्रति प्रतिबद्धता, संयुक्त राष्ट्र के साथ सहयोग व कूटनीतिक महत्व पर भी स्टोरी की है. न्यूयार्क टाइम्स ने गुजरात दंगे व मोदी के राजनीतिक अतीत की चर्चा की है. साथ ही भारतीय समुदाय से चर्चा करते हुए उनके हवाले से लिखा है कि उनके आने से विकास की कहानी फिर से शुरू होगी और यह भारतीयों के लिए लाभदायक होगा. इस अखबार ने अपनी एक स्टोरी में उन्हें सोशल मीडिया पॉलिटिशयन करार दिया है और कहा है कि अमेरिकी नेता उनसे यह कला सीख सकते हैं.
2005 की घटना का भी जिक्र
अमेरिका के अखबारों में मोदी पर प्रकाशित ज्यादातर खबरों में 2005 के उस वाकये का जिक्र किया गया, जब अमेरिका ने इस हिंदू राष्ट्रवादी नेता को उनके शासनकाल में हुए गुजरात दंगों के कारण वीजा देने से मना कर दिया था. अमेरिका के एक और प्रमुख अखबार यूएसए टुडे में अलग-अलग दिन मोदी पर स्टोरियां प्रकाशित हुई हैं. उसमें भी इस संबंध में चर्चा की गयी है. मेडिसन स्कवॉयर में उनके संबोधन को लेकर लोगों के उत्साह का भी उल्लेख किया गया है. अखबार ने लिखा है कि उनके भाषण को सुनने के लिए 20 हजार से ज्यादा टिकटें बिक चुके हैं. अखबार ने एक राजनीति विज्ञान के एक प्रोफेसर के हवाले से लिखा है कि मोदी के लिए इस यात्र का प्रतीकात्मक महत्व है. अखबार के अनुसार, मोदी का यह दौरा व्यापारिक एजेंड पर केंद्रित है और इसके माध्यम से वे निवेशकों का विश्वास हासिल करने की कोशिश करेंगे. मोदी के स्वागत के उत्साह के पीछे इस अखबार ने उनके बिजनेस फ्रेंडली स्वभाव को कारण बताया है. इस अखबार ने अपनी एक अन्य खबर में कहा है कि नरेंद्र मोदी व बराक ओबामा के बीच सोमवार व मंगलवार को बात होगी और दोनों नेता रणनीतिक सहयोग पर बात करेंगे.
रॉक स्टार की तरह स्वागत
लॉस ऐंजल्स टाइम्स ने मोदी को वीजा नहीं देने की घटना का अपनी खबर में उल्लेख किया है. वाशिंगटन पोस्ट ने मोदी के जोरदार स्वागत को शीर्षक बनाया है. अखबार ने लिखा है एक चाय बेचने वाले शख्स के देश के शीर्ष पद पर पहुंचने के बाद एक रॉक स्टार की तरह अमेरिका में उनका स्वागत किया गया है. मेडिसन स्क्वॉयर में उनके कार्यक्रम को लेकर लोगों को जबरदस्त उत्साह का इस अखबार ने प्रमुखता से उल्लेख किया है. अखबार ने मोदी-ओबामा के रिश्तों पर लिखा है कि ओबामा पहले पश्चिमी नेता थे, जिन्होंने मई में मोदी को फोन कर शानदार जीत के लिए बधाई दी थी.
सुधरेगा भारत-अमेरिका संबंध
वाशिंगटन पोस्ट में मोदी की जीत के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आ रहे सुधार का उल्लेख करते हुए लिखा है कि मोदी की जीत के बाद ओबामा प्रशासन में डिफेंस सेक्रेटरी, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट व कॉमर्स सेक्रेटरी यानी तीन शीर्ष पदों पर बैठे लोगों इतने कम समय में भारत का दौरा कर चुके हैं. इस अखबार ने चीनी प्रभाव को एशिया में रोकने के लिए भारत के अमेरिका के मुख्य रणनीतिक भागीदार होने का उल्लेख किया है. भारतीय कूटनीतिक ललित मान सिंह के हवाले से इस अखबार ने लिखा है कि मोदी के दौरे से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आयेगा जिसकी पिछले कुछ सालों में क्षति हुई है. अखबार ने मोदी द्वारा कूटनीति को महत्व देने का भी उल्लेख किया है और कम समय में ही दुनिया के प्रमुख देशों के नेताओं से मुलाकात का उल्लेख किया है.