तालिबानी आतंकियों ने की ऑस्ट्रेलियाई नागरिक की हत्या
काबुल: तालिबानी आतंकियों ने एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को मौत के घाट उतार दिया है. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने उन्हें इसलिए मार दिया क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया से संबंध रखते थे. उन्हें 20 सितंबर को एक चलती बस से उतार लिया गया था जिसके बाद कल उसका शव सड़क के किनारे पाया गया है. […]
काबुल: तालिबानी आतंकियों ने एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को मौत के घाट उतार दिया है. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने उन्हें इसलिए मार दिया क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया से संबंध रखते थे. उन्हें 20 सितंबर को एक चलती बस से उतार लिया गया था जिसके बाद कल उसका शव सड़क के किनारे पाया गया है.
मारे गये व्यक्ति की पहचान 56 साल के सैयद हबीब के रुप में की गई है. वह 2000 में अफगानिस्तान आया था. सैयद 20 सितंबर को काबुल में रह रहे अपने रिश्तेदार के पास मिलने जा रहा था. उसी वक्त उसे आतंकियों ने बस से उतारा और अपने साथ ले गये जिसके बाद उसका शव सड़क के किनारे पड़ा मिला. उनके शरीर पर चोट के कई निशान हैं.
गजनी के डिप्टी गवर्नर मोहम्मद अली अहमदी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि सैयद का सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह एक ऑस्ट्रेलियन नागरिक था. इसके अलावा उसका कोई दोष नहीं था. वह काई अपराधी तत्व नहीं था ना ही उसका किसी सरकारी कार्य से कोई लेना-देना था.
उन्होंने कहा कि मर्डर के पीछे तालिबानियों का एक ही उद्देश्य था. सैयद के पास दोनों देश की नागरिकता थी. ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता के कारण तालिबान आतंकियों ने उन्हें मार दिया. ऑस्ट्रलिया पर तालिबानी आतंकियों को विश्वास नहीं है.
अली अहमदी ने कहा कि जब आतंकियों ने सैयद को हिरासत में लिया तो उसने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया से काबुल अपने रिश्तेदारों से मिलने आया है. उनके इस बयान के कारण ही आतंकियों ने उनके मौत का फरमान जारी किया. शव का पीछे से हाथ बांधा हुआ पाया गया है.
उसके शरीर पर चोट के निशान हैं जिससे साफ तौर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सैयद की पीटकर हत्या की गई है. सैयद के चार बच्चे हैं. उनका परिवार इस घटना के बाद सहमा हुआ है. परिवार ने ऑस्ट्रेलिया की सरकार को इसमें हस्तक्षेप करने को कहा है.
परिवार ने कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि किसी अन्य व्यक्ति को इस तरह की घटना का सामना नहीं करना पड़े. सरकार की ओर से घटना के जांच के आदेश दे दिये गये हैं.