लंदन:आतंकवादी संगठन इसलामिक स्टेट (आइएस) ने अपने खलीफा अबू बकर अल बगदादी को मजबूत बनाने और उसका विस्तार करने के लिए ईरान का परमाणु राज हासिल करने की योजना बनायी है. आइएस ईरान के साथ युद्ध करने की भी अपील की है. यह खुलासा आइएस के एक घोषणापत्र से हुआ है. बताया जा रहा है कि यह घोषणापत्र अहमद अल मशदानी ने लिखा है, जो आइएस के अति गोपनीय छह सदस्यीय युद्ध कैबिनेट का सदस्य है.
संडे टाइम्स के अनुसार, इराक के सुरक्षाबलों ने मार्च में आइएस के एक कमांडर के घर पर छापे के दौरान यह घोषणापत्र जब्त किया है. अधिकारियों ने जांच में इसे सही पाया है. दस्तावेज में खलीफा साम्राज्य को मजबूत करने के लिए जातीय सफाया का दुश्चक्र शुरू करने व खुफिया सूचना संकलन जैसी 70 विभिन्न योजनाएं हैं. मशदानी लिखता है कि यदि उसके अपने नेता वांछित लक्ष्य से भटकते हैं, तो उसके जासूस उनका भी सफाया कर देंगे.
भारतीय युवा छोड़ें आइएस का साथ नहीं होगी कार्रवाई
नयी दिल्ली:इराक में आइएस के लिए लड़ रहे भारतीयों के स्वदेश लौटने पर सरकार उन पर रहम कर सकती है. स्वदेश लौटने पर इन युवकों को गिरफ्तार नहीं किया जायेगा.अंगरेजी समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, गृह मंत्रलय इस मुद्दे पर विचार कर रहा है कि आइएस में शामिल हुए युवकों के स्वदेश लौटने पर उन्हें गिरफ्तार करने के बजाय उनके मन में जो जहर और कट्टरपन भरा गया है, उसे खत्म करने की कोशिश की जायेगी.
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने आइएस के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन सरकार का मानना है कि ऐसा करने पर न युवक वापस लौटेंगे, न उनके परिजन किसी तरह की जानकारी पुलिस को देंगे. सुरक्षा एजेंसियों की मानें, तो 18-20 भारतीय युवक इराक में आइएस के लिए लड़ रहे हैं.