नीलोफर से निपटने को तैयार पाकिस्तान
इस्लामाबाद: अरब सागर में उठे ‘नीलोफर’ चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए पाकिस्तान एहतियाती कदम उठा रहा है. यह तूफान इस हफ्ते यहां के दक्षिणी तटीय क्षेत्र से टकरा सकता है. तूफान का वेग तेज हो चुका है और यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची से फिलहाल 1100 किलोमीटर से अधिक की दूरी […]
इस्लामाबाद: अरब सागर में उठे ‘नीलोफर’ चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए पाकिस्तान एहतियाती कदम उठा रहा है. यह तूफान इस हफ्ते यहां के दक्षिणी तटीय क्षेत्र से टकरा सकता है.
तूफान का वेग तेज हो चुका है और यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची से फिलहाल 1100 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर है.पाकिस्तान के मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात धीरे-धीरे तेज होता हुआ ‘गंभीर उष्णकटिबंधीय चक्रवात’ में तब्दील हो रहा है. इससे समुद्र में बुधवार से शुक्रवार तक हालात खराब बने रहेंगे.
प्रमुख मौसम विज्ञानी तौसीफ आलम ने मीडिया को बताया कि चक्रवात पहले ओमान के तट की ओर पश्चिम उत्तरपश्चिम दिशा में आगे बढेगा फिर उत्तर पूर्व की ओर बढते हुए भारत में गुजरात और पाकिस्तान में दक्षिण पूर्वी सिंध क्षेत्र के तटों से टकराएगा.
इसकी जद में सिंध के तटीय क्षेत्र आएंगे और नगरपरकार, मिथि, चोर, उमरकोट, चाच्रो, इस्लामकोट, थट्टा, जाटी, केती बंदर, बादिन और कराची में तूफान के प्रभाव की चेतावनी दी गई है. तूफान की वजह से इन इलाकों में बुधवार से शुक्रवार के बीच तेज हवाएं चलेंगी और हलकी से भारी बारिश होगी.
बलूचिस्तान में ग्वादर, पासनी, जीवानी और और्मारा में भी इसका प्रभाव दिखाई देगा. आलम ने निलोफर को 2010 में सिंध में आए फेत चक्रवात के समान बताया.प्रशासन ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह समुद्र में न जाएं और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों से आपदा के समय सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
कराची के कमिश्नर शोएब सिद्दीकी ने मछुआरों का उफनते समुद्र से वापस लाने के लिए पाकिस्तान की नौसेना, तटीय सुरक्षाकर्मियों, मैरीटाइम सिक्युरिटी एंजेंसी, रेस्क्यू 1299 और मछुआरों के संगठनों से मदद मांगी है.