संयुक्त राष्ट्र : पूर्वी यरुशलम में व्याप्त तनाव पर चर्चा के लिए बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में फलस्तीनियों ने परिषद से अपील की है कि वह इस्राइल से और अधिक यहूदी बस्तियों के निर्माण की उसकी योजना को तत्काल वापस लेने को कहे.
15 देशों वाली परिषद की यह आपात वार्ता बैठक कल जॉर्डन के अनुरोध के बाद हुई. इस्राइल ने सोमवार को पूर्वी यरुशलम में एक हजार नए मकान बनाने की योजना की घोषणा की थी. फलस्तीनी पूर्वी यरुशलम को अपने भावी देश की राजधानी मानते हैं. सुरक्षा परिषद की बैठक इस्राइल की घोषणा के बाद हुई.
फलस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने परिषद से कहा, ‘‘इस्राइल से मांग की जानी चाहिए कि वह पूर्वी यरुशलम समेत पूरे अधिकृत फलस्तीनी क्षेत्र में अपनी अवैध बस्ती निर्माण की गतिविधियों को तत्काल और पूरी तरह बंद करे.’’ लेकिन कोई भी प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया गया और इस्राइल की निंदा करने वाला कोई भी बयान सुरक्षा परिषद की ओर से जारी नहीं किया गया. हालांकि अमेरिका समेत कई देशों ने इस्राइल की कडी आलोचना की। अमेरिका ने बस्ती विस्तार के साथ-साथ एकपक्षीय कार्रवाई को बंद करने की अपील की.
अमेरिकी प्रतिनिधि डेविड प्रेसमैन ने परिषद को बताया, ‘‘बस्ती निर्माण से तनाव बढेगा ही। वह भी एक ऐसे समय में, जबकि पहले से ही काफी तनाव है.’’ इस्राइल के राजदूत रोन प्रोसर ने प्रतिक्रिया जताते हुए इन दावों को खारिज कर दिया कि बस्ती निर्माण ने शांति के लिए खतरा पैदा किया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र पर आरोप लगाया कि वह इस्राइल को ‘बदनाम करने के’ फलस्तीनी अभियान के तहत काम कर रहा है. प्रोसर ने कहा, ‘‘मध्यपूर्व में कई खतरे हैं लेकिन यहूदियों के घरों की मौजूदगी उन खतरों में शामिल नहीं है.’’