बीजिंग : ऐपेक शिखर सम्मेलन आज से शुरु हो गया है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत 21 राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा ले रहे हैं. सम्मेलन में इस क्षेत्र के लिए मुक्त व्यापार व्यवस्था जैसे मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 22वें एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (ऐपेक) आर्थिक नेतृत्व की बैठक का आयोजन कर रहे हैं.
इस सम्मेलन का आयोजन बीजिंग के उत्तरी उपनगरीय इलाके में यांछी झील के किनारे स्थित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में किया जा रहा है. बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे समेत विश्व के 21 राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा ले रहे हैं.
इस साल ऐपेक की 25वीं वर्षगांठ है जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शीर्ष स्तर का सबसे अच्छी तरह प्रतिनिधित्व करने वाला सहयोग संगठन है. शी ने उम्मीद जाहिर की कि बैठक की चार उपलब्धियां होंगी जिनमें एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र प्रक्रिया, ऐपेक की 25वीं वर्षगांठ पर बयान, नवप्रवर्तन को आगे बढाना और एशियाई-प्रशांत के दीर्घकालिक विकास की नयी गति के लिए वृद्धि एवं एशिया-प्रशांत में चौतरफा संपर्क के लिए ठोस बुनियाद का खाका तैयार करना शामिल होगा.
शी ने यह भी कहा कि चीन संस्थागत विकास और ऐपेक के क्षमता विस्तार के लिए एक करोड डालर का अनुदान देगा. भारत ऐपेक का सदस्य नहीं है और इसमें आम तौर पर प्रशांत क्षेत्र के देश शामिल हैं. देखना होगा कि ऐपेक नए सदस्यों को शामिल करने पर विचार करेगा या नहीं क्योंकि इस संबंध में प्रतिबंध 2010 में उठा लिया गया था.
अपनी छवि के प्रति सजग चीन ने सम्मेलन के लिए भारी प्रदूषण की मार झेल रहे बीजिंग को एक बिल्कुल नए शहर में तब्दील करने और इसे धुंध मुक्त माहौल में जाडों की धूप में रोशन बनाने के लिए अरबों डालर खर्च किए हैं. इस शहर और आस-पास की सैंकडों फैक्ट्रियां बंद कर दी गई हैं ताकि शहर में धुंध मुक्त मौसम हो.
22वां ऐपेक सम्मेलन यांछी झील पर हो रहा है बीजिंग से करीब 50 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है जहां चीन ने विशेष सम्मेलन केंद्र, तट पर बुटीक होटल और 12 अतिविशिष्ट बंगले बनाए हैं. इसके पास ही हाल ही में सनराइज केंपिंस्की होटल भी खोला गया है. चीन में 2008 के ओलंपिक खेलों के बाद आयोजित यह सबसे बडा समारोह है.