नेपाली पांडुलिपि यूनेस्को की सूची में शामिल
काठमांडो: आयुर्वेद और तंत्र . मंत्र के क्षेत्र से जुड़ी दो प्राचीन नेपाली पांडुलिपियों को यूनेस्को की सूची ‘मैमोरी आफ वल्र्ड रजिस्टर’ में शामिल किया गया है. मीडिया में आई खबरों में आज कहा गया कि नेपाली पांडुलिपियां ‘निसवासतत्वसंहिता’ और ‘सुश्रुतसंहिता’ क्रमश: सबसे प्राचीन तांत्रिक पांडुलिपि और आयुर्वेद के क्षेत्र से जुड़ा सबसे पुराना दस्तावेज […]
काठमांडो: आयुर्वेद और तंत्र . मंत्र के क्षेत्र से जुड़ी दो प्राचीन नेपाली पांडुलिपियों को यूनेस्को की सूची ‘मैमोरी आफ वल्र्ड रजिस्टर’ में शामिल किया गया है.
मीडिया में आई खबरों में आज कहा गया कि नेपाली पांडुलिपियां ‘निसवासतत्वसंहिता’ और ‘सुश्रुतसंहिता’ क्रमश: सबसे प्राचीन तांत्रिक पांडुलिपि और आयुर्वेद के क्षेत्र से जुड़ा सबसे पुराना दस्तावेज है. इन पांडुलिपियों को इस सप्ताह यूनेस्को की सूची ‘मैमोरी आफ द वल्र्ड रजिस्टर’ में जोड़ा जाएगा.
वर्ष 1992 में स्थापित यूनेस्को ‘मैमोरी आफ द वल्र्ड रजिस्टर’ उत्कृष्ट मूल्यों वाले दस्तावेजी धरोहरों की सूची है. इसमें 299 दस्तावेज शामिल हैं जिन्हें पांच महाद्वीपों से एकत्रित किया गया है.
संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन ने एक बयान में कहा कि ये दो पांडुलिपियां उन 54 नई पांडुलिपियों में शामिल हैं और ये नेपाल से ऐसी पहली पांडुलिपि हैं जिन्हें इस सूची में शामिल किया गया है.