मेलबर्न : सिडनी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाई प्रोफाइल सामुदायिक स्वागत समारोह में अगवानी कर रही महिला आज उस वक्त विवाद में घिर गई जब सौंदर्य प्रतियोगिता आयोजित करने वाली एक संस्था ने आरोप लगाया कि उन्होंने खुद को ‘मिस इंडिया आस्ट्रेलिया’ खिताब की विजेता के रुप में पेश किया है जबकि यह झूठ है.
मिस इंडिया आस्ट्रेलिया कॉरपोरेशन ने एक बयान में कहा है, यह आपके ध्यान में लाया जा रहा है कि राशि कपूर ने खुद को इस साल की मिस इंडिया आस्ट्रेलिया बताकर आस्ट्रेलियाई एवं अंतराष्ट्रीय मीडिया के जरिए बताया है कि वह सिडनी अलफोंसे एरेना में आयोजित इस सामुदायिक स्वागत समारोह की अगवानी कर रही हैं.
संगठन की राष्ट्रीय निदेशक रीना कोआक द्वारा जारी बयान में कहा गया है ‘मिस इंडिया आस्ट्रेलिया’ का खिताब एएसआईसी के तहत 2012 से पंजीकृत है और उसे इस सौदर्य प्रतियोगिता को आयोजित करने की मान्यता प्राप्त है.
रीना ने बताया कि खुद को मिस इंडिया आस्ट्रेलिया के रुप में पेश करने वाली और प्रधानमंत्री मोदी के सामुदायिक स्वागत समारोह की अगवानी करने वाली राशि कपूर ने कभी भी यह सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं जीती है तथा उन्होंने मीडिया में दिए साक्षात्कारों में इस खिताब पर झूठा दावा किया है.
द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए हालांकि मोदी का आस्ट्रेलिया में स्वागत करते हुए संगठन ने अपने पंजीकृत खिताब का दुरुपयोग होने को लेकर खेद जताया है. बयान में कहा गया है कि मिस इंडिया आस्ट्रेलिया कॉरपोरेशन ने राशि कपूर और उनके सहयोगियों से माफीनामे के साथ स्पष्टीकरण मांगा है.
इसने यह भी कहा है कि राशि और उनके सहयोगियों को हिदायत दिए जाने की मिस इंडिया आस्ट्रेलिया कॉरपोरेशन की ओर से हर कोशिश किए जाने के बावजूद उन्होंने अभी तक इस बारे में कोई प्रयास नहीं किया है. आरोपों के जवाब में राशि ने अपने फेसबुक पेज पर एक बयान जारी कर कहा है कि वह 2013 में ‘मिस इंडिया ग्लोबल यूनाइटेड’ खिताब जीती थी और शायद मीडिया के एक हिस्से ने उनके इस खिताब को गलत समझ लिया होगा.
राशि ने बताया कि उसे समारोह में अगवानी करने का मौका कई ऑडिशन की प्रक्रिया से गुजरने के बाद मिला. यह एक सपने के साकार होने जैसा है जब ऑडिशन के बाद मुझे बताया गया कि मैं चुन ली गई हूं.