संयुक्त राष्ट्र: भारत की मौजूदा युवा-शक्ति की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है. इसलिए, दुनिया भर में भारत इस समय सबसे युवा देश कहा जाने लगा है. इसी युवा आबादी को लेकर संयुक्तराष्ट्र ने आज अपनी तरफ से एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल जनसंख्या के मामले में भारत अभी चीन से पीछे हैं लेकिन 10 से 24 साल की उम्र के 35.6 करोड़ लोगों के साथ भारत इस समय सबसे अधिक युवा आबादी वाला देश है.
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भारत में है दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र: भारत की मौजूदा युवा-शक्ति की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है. इसलिए, दुनिया भर में भारत इस समय सबसे युवा देश कहा जाने लगा है. इसी युवा आबादी को लेकर संयुक्तराष्ट्र ने आज अपनी तरफ से एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल जनसंख्या के मामले में […]
जबकि चीन 26.9 करोड़ की युवा आबादी के साथ दूसरे स्थान पर है. इस मामले में भारत व चीन के बाद इंडोनेशिया 6.7 करोड़, अमेरिका 6.5 करोड़, पाकिस्तान 5.9 करोड़, नाइजीरिया 5.7 करोड़, ब्राजील 5.1 करोड़ व बांग्लादेश 4.8 करोड़ का स्थान आता है. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की दुनिया की आबादी की स्थिति के बारे में जारी की गयी रिपोर्ट में यह ब्योरा दिया गया है.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अपनी बड़ी युवा आबादी के साथ विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाएं नयी उंचाइ पर जा सकती हैं, बशर्ते वे युवा लोगों की शिक्षा व स्वास्थ्य में भारी निवेश करें और उनके अधिकारों का संरक्षण करें.
दुनिया भर की इस युवा आबादी में 60 करोड़ किशोरियां हैं जिनकी अपनी विशेष जरुरतें, चुनौतियां व भविष्य के लिए आकांक्षाएं हैं. ‘द पावर आफ 1.8 बिलियन’ (1.8 अरब की शक्ति) शीर्षक की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 28 फीसदी आबादी की उम्र 10 से 24 साल है. इसमें कहा गया है कि सबसे निर्धन देशों में युवा जनसंख्या सबसे तेजी से बढ़ रही है. इस समय वैश्विक स्तर पर युवाओं की जनसंख्या अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर है.
संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में 1.8 अरब आबादी 10 से 24 साल के बीच की है. प्रत्येक 10 में से नौ युवा अल्पविकसित देशों में रहते हैं.
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के कार्यकारी निदेशक बाबातुंडे ओसोटाइमहिम ने कहा कि आज 1.8 अरब युवा आबादी का आंकड़ा भविष्य में बदलाव के लिए बड़ा अवसर पेश करता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि युवा आबादी से अधिकतम लाभ लेने के लिए देशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें रोजगार व आमदनी के अवसर मिलें.रिपोर्ट कहती है कि उचित नीतियों व मानव श्रम में निवेश से ये देश अपनी युवा आबादी को देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त कर सकते हैं और अपने देश की प्रति व्यक्ति आय बढ़ा सकते हैं.
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