दक्षेस सम्मलेन: मोदी पहुंचे नेपाल, किया ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन
काठमांडो: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेपाल में होने वाली दक्षेस बैठक में शामिल होने के लिए नेपाल की राजधानी काठमांडो पहुंच गए हैं. यहां पहुंचने के बाद मोदी ने काठमांडो के बीर अस्पताल में भारत द्वारा बनाए गए ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन किया. दक्षेस सम्मलेन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के काठमांडों के आधिकारिक कार्यक्रमों में पाकिस्तान […]
काठमांडो: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेपाल में होने वाली दक्षेस बैठक में शामिल होने के लिए नेपाल की राजधानी काठमांडो पहुंच गए हैं. यहां पहुंचने के बाद मोदी ने काठमांडो के बीर अस्पताल में भारत द्वारा बनाए गए ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन किया.
दक्षेस सम्मलेन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के काठमांडों के आधिकारिक कार्यक्रमों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ मुलाकात का जिक्र नहीं है पर वह यहां अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, बांग्लोदश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और अन्य नेताओं से अलग-अलग मिलने वाले हैं.
काठमांडो के लिए प्रस्थान करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि पड़ोसियों के साथ करीबी संबंध बनाना उनकी सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है. उन्होंने यह भी कहा कि इस मौके पर उनकी दक्षिण एशियायी देशों के राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों के साथ अगल अलग बातचीत होने की उम्मीद है.
मोदी ने कहा कि यह मेरा पहला दक्षेस सम्मेलन है लेकिन पिछले छह महीने में अपने शपथ-ग्रहण समारोह के दौरान दक्षेस देशों के नेताओं की मंगलमय उपस्थिति में उनके साथ मैंने विस्तार से बातचीत की थी. अपने पडोसियों के साथ करीबी संबंध बनाना मेरी सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सम्मेलन की विषय-वस्तु ‘शांति और संपन्नता के लिए और व्यापक क्षेत्रीय एकीकरण’ है और भारत ने हमेशा दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास के हर स्तर पर व्यापक क्षेत्रीय एकीकरण को महत्व देने पर जोर देता रहा है.
मोदी ने कहा कि हमने द्विपक्षीय, उप-क्षेत्रीय और क्षेत्रीय आधार पर इस संबंध में कई पहलें की हैं तथा और यह पहल आगे भी जारी रखेंगे. हमें उम्मीद है कि खास कर आपसी संपर्क बढाने के लिए विभिन्न पहलों की दिशा में इस सम्मेलन से ठोस नतीजे निकलेंगे जिन पर लंबे समय से चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा, ‘ पिछले चार महीने में यह मेरी दूसरी नेपाल यात्रा है जिससे स्पष्ट है कि हम नेपाल के साथ अपने अनूठे और विशेष संबंध को कितना महत्व देते हैं. मेरी अगस्त 2014 की यात्र के दौरान लिए गए फैसलों के कार्यान्वयन में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और अन्य नेपाली नेताओं के साथ हम अपने संबंधों में प्रगति की समीक्षा करेंगे.’ प्रधानमंत्री मोदी के उच्च स्तरीय शिष्टमंडल में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव सुजाता सिंह और विभिन्न मंत्रलयों के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
नेपाल के कार्यवाहक विदेश सचिव शंकर दास बैरागी ने कहा कि दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र (साफ्टा) समझौते को पूरी तरह और प्रभावी तौर पर लागू करने के लिए कड़ी प्रतिबद्धता और निर्णायक पहल की जरुरत है.
नेपाल सरकार ने सम्मेलन के दौरान राजधानी में 25,000 से अधिक सशस्त्र कमांडो की तैनाती के साथ सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. काठमांडो को सदस्य देशों के नेताओं के स्वागत के लिए सुसज्जित किया गया है.
काठमांडो की मुख्य सड़कों पर बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के नेताओं की तस्वीर वाली तख्तियां और पोस्टर लगाए गए हैं.
शिखर बैठक से पहले सदस्य देशों के विदेश सचिवों की दो दिन की बैठक कल समाप्त हुई. इसमें सम्मेलन के एजेंडा को अंतिम स्वरुप दिया. ऐसी आशंकाएं रही हैं कि भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय संबंध इस सम्मेलन पर हावी हो सकता है.