Kabul Airport Blast: काबुल हवाई अड्डे के बाहर दो आत्मघाती हमलों की तालिबान ने निंदा की है. और शक जताया है कि हमले के पीछे आईएसआईएस का हाथ हो सकता है. साथ ही तालिबान ने अमेरिका पर भी कटाक्ष करते हुए कहा है कि, जिस जगह पर हमला हुआ वो इलाका अमेरिका की सुरक्षा के अधीन था. तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने हमले पर कहा कि, अमेरिका को काबुल एयरपोर्ट पर आईएसआईएस के संभावित आतंकवादी हमलों के बारे में जानकारी दी गई थी.
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने ये भी कहा है कि, उनकी संगठन सुरक्षा को लेकर पूरा ध्यान दे रहा है. तालिबान इपनी जमीन को आतंकवादियों के इस्तेमाल की मंजूरी नहीं देगा. गौरतलब है कि तालिबान के लड़ाकों ने कुछ ही दिन पहले काबुल एयरपोर्ट के बाहर आईएसआईएस के कुछ आतंकियों को पकड़ा था. बताया जा रहा है कि ये आतंकी एयरपोर्ट रेकी करने आये थे.
गैरतलब है कि, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद बीते दिन गुरुवार को पहली बार बड़े आतंकवादी हमले की खबर आयी. शाम के वक्त काबुल हवाई अड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने भीड़ को निशाना बना कर हमला किया. एक वरिष्ठ अफगान स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि कम-से-कम 60 लोगों की मौत हुई है और 143 जख्मी हुए हैं. मरनेवालों में महिलाएं और बच्चे भी हैं. काबुल के मुख्य इमरजेंसी अस्पताल ने ट्वीट कर बताया कि उसके यहां कम-से-कम 60 घायलों को लाया गया है.
वहीं, तालिबान और रूस के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इन हमलों में 13 लोग मारे गये हैं, जबकि 15 घायल हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने अपने कई सैन्य कर्मियों के मारे जाने की पुष्टि की है. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, 11 मरीन कमांडो सहित 12 अमेरिकी सैन्यकर्मियों की मौत हुई है. कुल 100 लोग के मारे जाने की खबर आ रही है. पेंटागन प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि पहला धमाका हवाई अड्डे के एबी गेट पर हुआ, जहां बड़ी संख्या में अफगान शरणार्थी मौजूद थे. दूसरा धमाका होटल के करीब हुआ.
ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देशों ने पहले ही जताया था अंदेशा: यह हमला इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान इकाई ने किया है, जो तालिबान से भी ज्यादा कट्टरपंथी है. यह विस्फोट ऐसे समय हुआ है, जब अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं. धमाके से पहले, गुरुवार को दिन में ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देशों ने आत्मघाती हमले की आशंका जतायी थी.
Posted by: Pritish Sahay