डोभाल ने श्रीलंका में राजपक्षे, विपक्षी नेताओं से की मुलाकात
कोलंबो: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने यहां अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की.यहां राष्ट्रपति भवन में डोभाल ने आज राजपक्षे से द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. डोभाल ने श्रीलंका और भारत के बीच संबंध की गुणवत्ता […]
कोलंबो: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने यहां अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की.यहां राष्ट्रपति भवन में डोभाल ने आज राजपक्षे से द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. डोभाल ने श्रीलंका और भारत के बीच संबंध की गुणवत्ता और आयामों पर संतोष जाहिर किया.
दोनों ने संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की.श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त वाईके सिन्हा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी डोभाल के साथ बैठक में मौजूद थे. श्रीलंकाई विदेश मंत्री प्रो. जीएल पेइरीस भी राष्ट्रपति के साथ बैठक में मौजूद थे.
राजपक्षे के साथ बैठक के अलावा डोभाल ने पेइरीस और रक्षा सचिव गोटाभाया राजपक्षे के साथ भी चर्चा की.
एनएसए कल कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से भी मिले. उन्होंने श्रीलंकाई राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार मैत्रीपला श्रीसेना, पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा, पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और मुख्य तमिल पार्टी तमिल नेशनल अलायंस के नेताओं से भी मुलाकात की.
उन्होंने ‘गाले डॉयलॉग’ के उद्घाटन सत्र में भी कल मुख्य भाषण दिया. इसमें दुनिया भर से 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधि पहुंचे थे. वर्ष 2010 में हुए प्रथम गाले डॉयलॉग में करीब एक दर्जन देशों ने शिरकत की थी.डोभाल ने गाले में कहा कि हिंद महासागर में मौजूदा सुरक्षा खतरों का सामना अपने अपने स्तर से करने की बजाय समुद्री सुरक्षा के मामले में सहयोग एवं समन्वय क्षेत्र के लिए जरुरी है. उन्होंने कहा कि हिंद महासागर के आसपास स्थित देशों को कई समुद्री खतरे हैं.