सना (यमन) : यमन में अलकायदा आतंकवादियों द्वारा बंधक बना कर रखे गये गए एक अमेरिकी फोटो पत्रकार ल्यूक सोमर्स और एक दक्षिण अफ्रीकी शिक्षक पीरे कोर्की की हत्या कर दी गयी. मदद की गुहार के बाद भी अमेरिका उन्हें बचाने में विफल रहा. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बयान में कहा कि उन्होंने सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया था, लेकिन ल्यूक सोमर्स और पीरे कोर्की की हत्या कर दी गयी है.
ओबामा ने कहा कि ल्यूक की जान खतरे में होने के संकेत थे. इस आधार पर उन्होंने ल्यूक और उसी के साथ बंधक अन्य लोगों के बचाव अभियान की मंजूरी दी. सहायता समूह गिफ्ट ऑफ गिवर्स ने बाद में दूसरे बंधक की पहचान दक्षिण अफ्रीकी शिक्षक पीरे कोर्की के रुप में की. उसे कल रिहा किया जाना था.
अलकायदा ने बृहस्पतिवार को एक वीडियो जारी कर अमेरिका द्वारा अपनी मांग नहीं माने जाने पर ल्यूक को मारने की धमकी दी थी. ल्यूक की बहन लूसी सोमर्स ने बताया कि उसे और उनके पिता को एफबीआई एजेंट से पता चला कि आज करीब साढे दस बजे ल्यूक को मार डाला गया.
उन्होंने बताया कि उनके परिवार वालों ने अलकायदा से ल्यूक को नहीं मारने का आग्रह भी किया था, लेकिन वे नहीं माने. यमन के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख मेजर जनरल अली अल अहमदी ने कहा, अलकायदा ने आज ल्यूक को मार डालने की बात कही थी अतएव उसे बचाने की कोशिश हुई लेकिन दुर्भाग्य से (हमारे) हमलक से पहले या उसके बाद उन्होंने उसे भून डाला. सितंबर 2013 में सना से ल्यूक को अगवा कर लिया गया था.