वाशिंगटन : व्हाइट हाउस ने कहा है कि सीआईए के हिरासत एवं पूछताछ कार्यक्रम पर छिडी सार्वजनिक बहस को देखते हुए भविष्य के अमेरिकी नेतृत्व के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा लागू की गई ‘यातनाओं पर प्रतिबंध’ की नीति को निष्प्रभावी करना मुश्किल होगा.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नस्ट ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मेरा मानना है कि अत्यधिक पारदर्शी, प्रोत्साहक हो कर और इस तरह की सार्वजनिक चर्चाओं को बढावा देने के बाद भविष्य के किसी भी कमांडर इन चीफ :प्रमुख: के लिए राष्ट्रपति द्वारा यातनाओं पर लगाए गए इस प्रतिबंध को हटाना मुश्किल होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भविष्य के किसी भी राष्ट्रपति के लिए ऐसा करना बहुत-बहुत मुश्किल होगा.’’ इसी के साथ उन्होंने यह भी माना कि भविष्य के कमांडर इन चीफ द्वारा किए जाने वाले फैसले के बारे में कुछ निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि जो मिसाल यहां कायम कर दी गई है और जो सार्वजनिक बहस यहां छेड दी गई है, वह इस देश के लोगों और सरकार की अपने प्रिय मूल्यों को बनाए रखने की प्रतिबद्धताओं को स्प्ष्ट करती है. ये मूल्य सिर्फ इसलिए नहीं हैं कि यही सही काम है बल्कि इसलिए भी हैं कि ये हमें अधिक सुरक्षित बनाते हैं.’’ जब अर्नस्ट से सीआईए प्रमुख ब्रेनान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ओबामा को सीआईए के प्रमुख के रुप में ब्रेनान पर पूरा भरोसा है.
उन्होंने कहा, ‘‘जॉन ब्रेनान एक समर्पित पेशेवर हैं, जिन्होंने अपना समय संयुक्त राज्य अमेरिका की सुरक्षा के लिए जनसेवा के प्रति समर्पित कर दिया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘और जब राष्ट्रपति हर सुबह जागते हैं, तो उन्हें यह जानकर खुशी होती है कि जॉन ब्रेनान और सीआईए के महिला एवं पुरुष कर्मचारी काम पर लगे हैं, वे अपने कौशल और विशेषज्ञता का इस्तेमाल अमेरिकी लोगों की सुरक्षा में कर रहे हैं.’’ अर्नस्ट ने कहा, ‘‘उन्हें :ब्रेनान को: राष्ट्रपति पद के कार्यकाल की शुरुआत से ही राष्ट्रीय सुरक्षा दल के वरिष्ठ सदस्य के रुप में देखने पर राष्ट्रपति को खुशी होती है. राष्ट्रपति आज भी ब्रेनान की सलाह पर निर्भर करते हैं.’’