ढाका : बांग्लादेश आज विजय दिवस की 43वीं वर्षगांठ मना रहा है. पाकिस्तान के खिलाफ नौ महीने लंबे चले मुक्ति संग्राम के बाद 1971 में उसे आज ही के दिन आजादी मिली थी. इस कार्य में भारत ने उसका सहयोग किया था. राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस मौके पर 31 बंदूकों से शहीदों को सलामी दी गयी.
सेवर में राष्ट्रीय स्मारक पर आयोजित समारोह में उन्होंने शहीदों को पुष्पचक्र अर्पण किए. इस अवसर पर हजारों लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए और कई महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्तियों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्षा खालिदा जिया भी इस मौके पर उपस्थित रहीं.
बाद में राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय दिवस परेड की सलामी भी ली. इस अवसर पर हुई मार्च में युद्ध में शामिल रहे पूर्व सेनानियों, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस के दस्तों ने भाग लिया. इस दौरान सेना के हथियारों और साजो- सामान का भी प्रदर्शन किया गया.