स्कूल हत्याकांड: पाक सेना ने 32 आतंकी मार गिराए
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने आज यहां कम से कम 32 और आतंकियों को मार गिराया. अफगानिस्तान सीमा से लगते उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में सेना ने यह कार्रवाई की और इसके साथ ही पेशावर स्कूल हत्याकांड के बाद से सेना द्वारा मार गिराए गए आतंकियों की कुल संख्या 89 हो गई है. पेशावर में एक स्कूल […]
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने आज यहां कम से कम 32 और आतंकियों को मार गिराया. अफगानिस्तान सीमा से लगते उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में सेना ने यह कार्रवाई की और इसके साथ ही पेशावर स्कूल हत्याकांड के बाद से सेना द्वारा मार गिराए गए आतंकियों की कुल संख्या 89 हो गई है. पेशावर में एक स्कूल में हुए नरसंहार में कुल 148 लोग मारे गए थे.
सेना ने खैबर घाटी से अफगान सीमा की ओर जा रहे आतंकियों को निशाना बनाया. सेना ने एक बयान में बताया ,‘‘सुरक्षाबलों ने वरमागई और स्परकोट की ओर जा रहे एक समूह को निशाना बनाया और मुठभेड में 32 आतंकी मार गिराए.’’मुठभेड में तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए.
पेशावर में मंगलवार को आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमला कर आतंकियों ने 132 बच्चों और 16 कर्मचारियों को मार डाला था. सेना ने इसके बाद कल एक जोरदार हवाई हमले में 57 आतंकियों को मार गिराया.
सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में अब तक सैंकडों आतंकियों को मार गिराया है लेकिन वह अभी भी उनका पूरी तरह सफाया नहीं कर पाई है.आतंकी पर्वतीय सुगम सीमा पर छिपे रहते हैं और इसलिए वे (कोई कार्रवाई करने के बाद) सेना की कार्रवाई से बचने के लिए अफगानिस्तान भाग जाते हैं.
उधर पाकिस्तान में सेना मुख्यालय और पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ पर हमलों के दोषी दो खतरनाक आतंकवादियों को जल्द ही किसी भी वक्त फांसी देने की तैयारी चल रही है. पाकिस्तान ने मौत की सजा पर लगी पाबंदी हाल ही में हटाई है. गत दिनों पेशावर के स्कूल में हमले में बडी संख्या में बच्चों समेत 148 लोगों की मौत के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने स्वघोषित पाबंदी को समाप्त कर दिया था. इसके बाद पहले चरण में 17 आतंकवादियों को फांसी दी जाएगी, जिनमें उक्त दोनों आतंकवादी शामिल हैं.
साल 2009 में रावलपिंडी सैन्य मुख्यालय पर हमले के दौरान घायल हुए अकील उर्फ डॉ उस्मान को जिंदा पकड लिया गया था और फांसी की सजा सुनाई गयी थी, वहीं अरशद महमूद को जनरल परवेज मुशर्रफ की हत्या की कोशिश के मामले में दोषी ठहराया गया था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अकील के परिवार ने फैसलाबाद जेल में उससे आखिरी मुलाकात की जहां उसे किसी भी वक्त लटकाया जा सकता है और उसकी फांसी में कोई कानूनी अडचन नहीं है.
सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने कल रात छह लोगों के मौत के वारंट पर दस्तखत किये थे जो सशस्त्र बलों के खिलाफ आतंकवाद में शामिल थे. महमूद उन पांच लोगों में शामिल था, जिन्हें 2003 में मुशर्रफ पर हमले के लिए मौत की सजा सुनाई गयी थी. हमले में मुशर्रफ बच गये थे, लेकिन 15 लोग मारे गये थे.
अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में 45 लोगों को मौत की सजा दी जाएगी. इसके बाद आखिरी चरण शुरु होगा और इस तरह से 8,000 से अधिक सजायाफ्ता कैदियों को फांसी दी जानी है. गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा कि तीन से चार दिन में मौत की सजा देनी शुरु की जाएगी. पाकिस्तान में पंजाब की जेलों में करीब 5815 कैदी हैं जिन्हें मौत की सजा सुनाई गयी थी. इनमें से करीब 100 आतंकवादी हैं.