जासूसी को लेकर 19 संगठनों ने ठोका अमेरिका सरकार पर मुकदमा

वॉशिंगटन : अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी(एनएसए)के खिलाफ 19 संगठनों ने मुकदमा दायर किया है और कहा है कि उसका गोपनीय इंटरनेट और टेलीफोन जासूसी कार्यक्रम अमेरिकी संविधान का उल्लंघन करता है.इन संगठनों का प्रतिनिधित्व(इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशनईएफएफ )कर रहा है. अमेरिकी नागरिकों के फोन टैप किए जाने और विदेशी नागरिकों के निजी ई–मेल में घुसपैठ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2013 11:30 AM

वॉशिंगटन : अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी(एनएसए)के खिलाफ 19 संगठनों ने मुकदमा दायर किया है और कहा है कि उसका गोपनीय इंटरनेट और टेलीफोन जासूसी कार्यक्रम अमेरिकी संविधान का उल्लंघन करता है.

इन संगठनों का प्रतिनिधित्व(इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशनईएफएफ )कर रहा है.

अमेरिकी नागरिकों के फोन टैप किए जाने और विदेशी नागरिकों के निजी मेल में घुसपैठ के गोपनीय अमेरिकी कार्यक्रम के बारे में सीआईए के पूर्व अनुबंधकर्ता एडवर्ड स्नोडेन द्वारा मीडिया को ब्यौरा लीक किए जाने के बाद एनएसए के खिलाफ दायर किया गया यह पहला मुकदमा है.

याचिका में अमेरिका सरकार पर नागरिकों के फोन कॉल्स का ब्यौरा अवैध तरीके से हासिल कर उनके अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया गया है.

ईएफएफ की कानूनी निदेशक सिन्डी कोहन ने कहा कि व्यापक स्तर पर लंबे समय तक इस तरह अवैध तरीके से सूचनाएं जुटाना संविधान का उल्लंघन है.

ईएफएफ की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि याचिका में मुख्य जोर बड़े पैमाने पर टेलीफोन रिकॉर्ड एकत्र करने के कार्यक्रम पर है जिसकी पुष्टि विदेशी खुफिया निगरानी अदालत(फॉरेन इंटेलिजेन्स सर्विलान्स कोर्ट:एफआईएससी )के एक आदेश के प्रकाशन से हो चुकी है.

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