एयर एशिया हादसा : खराब मौसम बना मृतकों का शव निकालने में रोड़ा

जकार्ता/सिंगापुर : जांचकर्ता इंडोनेशिया के पास समुद्र तल में पहुंच चुके एयर एशिया के विमान के मलबे की तलाश के लिए ध्वनि उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे रहे हैं. खराब मौसम के कारण हादसा स्थल से बहते हुए कई शवों की बरामदगी पर असर पडा है. यह विमान 162 यात्रियों को ले जा रहा था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2014 7:04 PM
जकार्ता/सिंगापुर : जांचकर्ता इंडोनेशिया के पास समुद्र तल में पहुंच चुके एयर एशिया के विमान के मलबे की तलाश के लिए ध्वनि उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे रहे हैं. खराब मौसम के कारण हादसा स्थल से बहते हुए कई शवों की बरामदगी पर असर पडा है. यह विमान 162 यात्रियों को ले जा रहा था और लापता हो गया था.
इंडानेशिया के एक खोज और बचाव अधिकारी ने बताया कि खोजकर्ता जावा समुद्र की गहराइयों में एयर एशिया विमान क्यूजी 8501 के मलबे का पता करने के लिए ध्वनि आधारित उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं. सीएनएन ने अधिकारी के हवाले से कहा है कि अभी यह नहीं पता कि यह साबुत है या टूट चुका है.
एयरबस ए 320-200 के रडार से ओझल होने के करीब तीन दिन बाद इसका मलबा कल मध्य कलिमंतन के पंगकलां में करिमाता सागर में मिला.
अधिकारियों ने बताया कि शवों और विमान के ‘ब्लैक बॉक्स’ फ्लाइट रिकार्डर की तलाश के लिए गोताखोरों को लगाया गया है, लेकिन मूसलाधार बारिश, तेज हवाओं और तीन मीटर तक उठती लहरों के कारण उन्हें अपना अभियान रोकना पडा.
अब तक कम से कम सात शवों को बरामद किया जा चुका है. दो महिलाओं और एक पुरुष समेत तीन लोगों के शव कल निकाले गए और आज चार और शवों को निकाला गया.
इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी बासरनास के प्रमुख बमबांग सोएलिसत्यो ने बताया कि विमान परिचारिका की वर्दी वाला एक शव बरामद किया गया. दो शव पुरुषों के हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि आसपास कई शव बह रहे हैं और उनको बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
सोएलिसत्यो ने कहा, हम प्रतीक्षा कर रहे हैं. फिलहाल मौसम खराब है. ऊंची लहरें उठ रही हैं और तेज बारिश हो रही है. मौसम में सुधार होने की स्थिति में हर पहलू से आगे बढने की तैयारी है. उन्होंने कहा, जैसे ही मौसम साफ हो जाएगा तो शवों को पांगकालां बुन लाया जाएगा. इंडोनेशियाई अधिकारियों ने कल इसकी पुष्टि की थी कि विमान का मलबा बोर्नियो के समुद्री क्षेत्र में देखा गया है.
इस त्रासदी के शिकार हुए विमान पर सवार लोगों के रिश्तेदार समुद्र में बहते शवों की तस्वीरें देखकर फूट-फूटकर रोने लगे और एक दूसरे को ढाढस बंधाया.
विमान में 155 यात्री थे, जिसमें ब्रिटेन, मलेशिया और सिंगापुर का एक-एक, दक्षिण कोरिया के तीन और इंडोनेशिया के 149 नागरिक थे. चालक दल के सात सदस्यों में छह इंडोनेशिया के और सह पायलट फ्रांस का नागरिक था.
यात्रियों में 17 बच्चे थे. विमान पर कोई भी भारतीय सवार नहीं था. यह रहस्य अभी भी बना हुआ है कि विमान का वायु यातायात संपर्क क्यों टूट गया और इसके बाद ऐसा क्या हुआ कि यह विमान समुद्र में गिर गया.

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