वाशिंगटन : भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन ने कहा है कि बोइंग सी 17 ग्लोब मास्टर सैन्य परिवहन विमान को भारतीय वायुसेना में शामिल किये जाने से भारत की सामरिक परिवहन क्षमता में भारी इजाफा हुआ है और यह वायुसेना के आधुनिकीकरण अभियान का प्रमुख हिस्सा है.
ब्राउन ने कल कैलिफोर्निया के लांग बीच में बोइंग से दूसरे सी 17 विमान को भारत को सौंपे जाने के लिए आयोजित समारोह के बाद कहा, हमारे पहले सी 17 ग्लोबमास्टर तृतीय ने न केवल हमारी सामरिक हवाई यातायात क्षमता में शानदार इजाफा किया है बल्कि यह भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण अभियान में एक प्रमुख कारक भी होने जा रहा है.
पहले 10 सी 17 को अमेरिका की बोइंग कंपनी से खरीदा गया और एक माह पहले ही इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है. बोइंग कंपनी इस वर्ष में तीन और सी 17 विमान तथा वर्ष 2014 में पांच अन्य और ऐसे विमान भारत को सौंपेगी.
बोइंग कंपनी से हासिल किए जाने वाले सी 17 विमान, भारतीय वायुसेना में पुराने पड़ गए रुस निर्मित मालवाहक विमानों का स्थान लेंगे. ये आधुनिक मालवाहक विमान न केवल विपरीत मौसमी परिस्थितियों में काम करने में सक्षम हैं बल्कि ये लंबी दूरी तक भारी माल लेकर जा सकते हैं और साथ ही छोटे और कम सुविधाओं वाले रनवे पर भी उतनने में सक्षम हैं.
ब्राउने ने बताया, चूंकि इन्हें अभियान के लिए तैयार स्थिति में सौंपा गया है इसलिए इन्हें तुरंत इनके पहले मिशन पर पोर्ट ब्लेयर में अंडमान निकोबार कमांड में तैनात किया गया है.