नियामी : नाइजर की राजधानी में फ्रांसीसी व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो में प्रकाशित एक कार्टून को लेकर हुए हिंसक दंगों में पांच लोगों की मौत हो गई तथा क्रोधित भीड ने गिरजाघरों में आग लगा दी. एएफपी के एक संवाददाता ने खबर दी कि प्रदर्शनकारियों ने नियामी में कम से कम आठ पूजास्थलों को आग लगा दी. गैर मुस्लिम शहर में बार, होटल और विभिन्न कारोबारी प्रतिष्ठानों या फ्रांसीसी कंपनियों के निशान वाले प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया.
पश्चिम अफ्रीकी देश में शुक्रवार को भी हिंसा हुई थी. इस दिन नाइजर के दूसरे सबसे बडे शहर जिंदर में हुए विरोध प्रदर्शनों में पांच लोग मारे गए थे और 45 घायल हो गए थे. राजधानी में एक ईसाई मैकेनिक ने एएफपी से कहा ‘हममें से कुछ लोग तो अपने घरों पर ही रहे. मैं अपने जीवन में कभी इतना भयभीत नहीं हुआ. सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए. यह हमारे लिए अच्छा नहीं है.’
नाइजर के राष्ट्रपति महमादोउ इसोउफोउ ने सरकारी टीवी पर अपने संबोधन में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा ‘नियामी में पांच नागरिक मारे गए हैं.’ उन्होंने यह भी कहा कि जिंदर में चर्च के अंदर जली हुई अवस्था में एक शव मिलने के बाद वहां मरने वालों की संख्या पांच हो गई है. उन्होंने कहा ‘जिन लोगों ने इन पूजा स्थलों को लूटा, उन्हें अपवित्र किया और अपने हमवतन इसाइयों की जान ली, वह लोग इस्लाम के बारे में कुछ नहीं समझते.’
फ्रांस ने शार्ली हेब्दो के कवर पृष्ठ का बचाव करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला दिया था. नाइजर के नियामी और जिंदर में हुई हिंसा की फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेन्ट फैबियस ने भी निंदा की है. एक पश्चिमी सुरक्षा सूत्र ने बताया कि कल जिंदर में करीब 255 इसाइयों को सैन्य सुरक्षा में लाया गया और बैरकों में रखा गया. अन्य 70 लोगों ने एक गिरजाघर में शरण मांगी थी जिन्हें पुलिस ने सुरक्षा दी.