विकीलीक्स ने अपने कर्मचारियों का आंकड़ा साझा करने पर गूगल की आलोचना की
जिनीवा : ऑनलाइन भंडाफोड़ करने वाली कंपनी विकीलीक्स ने इंटरनेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी गूगल पर बगैर उसे बताए वेबसाईट के कर्मचारियों के ईमेल और डिजिटल डाटा अमेरिकी सरकार को सौंपने के लिए उसकी आलोचना की है. कंपनी ने इसे पत्रकारिता और विशेष तौर पर सुरक्षा मुद्दों पर काम करने वाले पत्रकारों पर हमला करार […]
जिनीवा : ऑनलाइन भंडाफोड़ करने वाली कंपनी विकीलीक्स ने इंटरनेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी गूगल पर बगैर उसे बताए वेबसाईट के कर्मचारियों के ईमेल और डिजिटल डाटा अमेरिकी सरकार को सौंपने के लिए उसकी आलोचना की है. कंपनी ने इसे पत्रकारिता और विशेष तौर पर सुरक्षा मुद्दों पर काम करने वाले पत्रकारों पर हमला करार दिया है.
विकीलीक्स के निदेशक जुलियन असांजे और उनकी रक्षा टीम के सह-संस्थापक बाल्ताजार गाजरेन ने कल इन आंकडों को अमेरिकी सरकार को सौंपना पत्रकारिता और विशेष तौर पर सुरक्षा मुद्दों पर काम करने वाले पत्रकारों पर हमला बताया और कहा कि इसका खतरनाक असर यह है कि जो भी चीज भंडाफोड़ से जुड़ी है उसे पत्रकारिता से अलग किया जा रहा है.
पिछले साल 24 दिसंबर को गूगल ने विकीलीक्स का सूचित किया है कि उसने अमेरिकी न्यायालय द्वारा मार्च 2012 को जारी गोपनीय तलाशी वारंट के तहत ये सूचनाएं मुहैया करायीं. इस वारंट में जासूसी, धोखाधड़ी तथा साजिश संबंधी जांच के तहत गूगल को फोन नंबर, आईपी ऐड्रेस, क्रेडिट कार्ड के ब्योरे, सभी ईमेल की सामग्री और विकीलीक्स के तीनों कर्मचारियों सारा हैरिसन, क्रिस्टीन ह्राफ्नसन और जोसफ फैरेल द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी आंकडे सौंपने थे. इन आंकडों में 22 मार्च 2012 से पहले की सामग्री शामिल थी.
विकीलीक्स के वकीलों के मुताबिक ईमेल सामग्री के लिए जारी वारंट में कहा गया है कि अमेरिकी कानून मंत्रालय विकीलीक्स की जासूसी की साजिश के संबंध में जांच कर रहा है.