पायलट को जिंदा जलाने पर जॉर्डन का बदला, दो आतंकियों को फांसी पर लटकाया

अम्मान (जॉर्डन) : जॉर्डन सरकार ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा अपने फौजी पायलट को जिंदा जलाने के बाद जवाब में दो आतंकियों को फांसी पर लटका दिया. जॉर्डन ने यह कदम आइएस के उस ऑन लाइन वीडियो के सामने आने के बाद उठाया, जिसमें दिखाया गया है कि किस तरह उसके 26 वर्षीय फौजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2015 10:30 AM
अम्मान (जॉर्डन) : जॉर्डन सरकार ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा अपने फौजी पायलट को जिंदा जलाने के बाद जवाब में दो आतंकियों को फांसी पर लटका दिया. जॉर्डन ने यह कदम आइएस के उस ऑन लाइन वीडियो के सामने आने के बाद उठाया, जिसमें दिखाया गया है कि किस तरह उसके 26 वर्षीय फौजी पायलट मुआथ अल कसीसबेह उर्फ मोआज का दम टूटने तक उसे आग में आतंकियों ने जलाया. इस फौजी पायलट को आइएस आतंकियों ने पिछले साल दिसंबर में सिरिया में चलाये जा रहे आइएस विरोधी अभियान में शामिल होने के दौरान पकड़ा था.
जॉर्डन ने जिन दो आतंकियों को फांसी दी है, उसमें एक महिला आतंकी है और दूसरा पुरुष है. महिला आतंकी का नाम शामिदा-अल-रिसवई, जबकि दूसरे आतंकी का नाम जियाद करबोली बताया गया है. दोनों आतंकी इराकी नागरिक थे. शामिदा आत्मघाती हमलावर थी और आत्मघाती विस्फोट में विफल रहने पर वह गिरफ्तार की गयी थी और एक दशक से वह मौत की सजा मामले में कैद थी. जबकि दूसरा आतंकी जियाद अल कायदा का सदस्य था. शामिदा पर 2005 में जॉर्डन की राजधानी अम्मान में हुए एक विस्फोट करने का आरोप था, जिसमें 55 लोगों की मौत हो गयी थी. उस पर तीन होटलों में सिलसिलेवार विस्फोट का आरोप था.
दोनों आतंकियों को बुधवार को अहले सुबह फांसी दी गयी. एक सरकारी प्रवक्ता मोहम्मद अल मोमानी ने बताया कि आतंकी शामिदा और जियाद को फांसी की सजा दे दी गयी है.आइएस आतंकी पायलट की रिहाई के बदले शामिदा को खुद को सौंपने की मांग कर रहे थे. जॉर्डन सरकार इसके लिए तैयार हो गयी थी, पर उसने अपने पायलट की जीवित होने का सबूत मांगा था. जॉर्डन के एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि उसके पायलट की हत्या तीन जनवरी को कर दी गयी थी और इसका आइएस से बदला लिया जायेगा. अपने पायलट की हत्या के बाद बड़ी संख्या में जॉर्डन के लोग सड़कों पर उतरे और इस जघन्य हत्याकांड का विरोध जताया.

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