इस्लामाबाद : पाकिस्तान में एक बंदूकधारी व्यक्ति के चलते देश की राजधानी इस्लामाबाद की गति थम गई. वह पाकिस्तानी संसद के समीप मुख्य मार्ग पर अपनी कार खड़ी करके हवा में गोलियां चला रहा था.
सिकंदर हयात नाम के इस व्यक्ति के पास दो देशी स्वचालित हथियार थे. शाम करीब पांच बजे वह काले रंग की अपनी टोयोटा कोरोला कार में अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों के साथ व्यस्त जिन्ना एवेन्यू पहुंचा. उसने अपनी कार वहां खड़ी कर दी और हवा में थोड़ी थोड़ी देर पर गोलियां चलाने लगा.
उसने अपनी पत्नी और दो बच्चों को पुलिस कार्रवाई के खिलाफ ढाल बना रखा था. पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी के जमरुद खान हमदर्द के रुप में उसके पास गए. खान उसके पास पहुंचते ही उस पर टूट पड़े, लेकिन वह हयात को काबू में नहीं कर सके.
यद्यपि पहले से तैयार पुलिस कमांडो ने उसके पैर में गोली मार दी. उसने पहले अपना हथियार उपर उठाया और उसके बाद गिर गया. बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
उसकी पत्नी और दोनों बच्चों को सुरक्षित छोड़ दिया गया. यह तमाशा छह घंटे बाद समाप्त हुआ.
हयात पाकिस्तान प्रांत के हफीजाबाद का रहने वाला है. उसने मांग की थी कि उसकी गिरफ्तारी से पहले पाकिस्तान में शरीयत कानून लागू किया जाए और सरकार को हटाया जाए. उसने कहा था कि उसे वहां से सुरक्षित निकलने दिया जाए. उसे यह भी कहते सुना गया कि वह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बात करना चाहता है.
पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने पुलिस को व्यक्ति की बीवी और बच्चों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए उसे जीवित कब्जे में लेने को कहा था.
मीडिया ने पुलिस के हवाले से कहा कि यह व्यक्ति शराब और मादक पदार्थ का सेवन करता रहा है और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. कुछ खबरों में कहा गया कि वह अपनी बीवी और बच्चों के साथ मारपीट भी करता है.
विश्लेषकों ने कहा कि इस घटना से इस्लामाबाद के इस अतिविशिष्ट इलाके की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. यह भी ध्यान देने वाली बात है कि उक्त व्यक्ति पाकिस्तानी राष्ट्रपति भवन और पाकिस्तानी संसद से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर पुलिस के साथ बहस कर रहा था. विश्लेषकों ने यह सवाल भी उठाया कि यह व्यक्ति इस्लामाबाद के इस अति विशिष्ट क्षेत्र में हथियार के साथ आखिरकार प्रवेश कैसे कर गया.
विश्लेषकों ने कहा कि यह घटना पीएमएल.एन के ऐसी स्थितियों से निपटने पर गंभीर सवाल खड़ा करती है.