विक्टोरिया (सेशेल्स): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में आज सेशेल्स की राजधानी से मॉरीशस रवाना हो गये। वह श्रीलंका भी जाएंगे.प्रधानमंत्री आज मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुई पहुंचेंगे और मॉरीशस के राष्ट्रपति राजकेश्वर प्रयाग और प्रधानमंत्री अनिरद्ध जगन्नाथ से मुलाकात करेंगे.
जगन्नाथ आज शाम मोदी के लिए राजकीय भोज का आयोजन करेंगे. मोदी कल मॉरीशस के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। 12 मार्च की तारीख सभी भारतीयों के लिए खास है क्योंकि महात्मा गांधी ने 1930 में इसी दिन अपना दांडी मार्च शुरु किया था.
मोदी ने कल यात्रा के लिए प्रस्थान करने से पहले नई दिल्ली में कहा था, ‘‘मॉरीशस की मेरी यात्रा का उद्देश्य ‘छोटा भारत’ के साथ अपने सदियों पुराने सभ्यतागत संबंधों को मजबूत करना है. मैं मॉरीशस की नेशनल असेंबली में भाषण देने के लिए आमंत्रण मिलने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं.’’ मोदी भारत निर्मित ऑफशोर पेट्रोल वेसल बाराकुडा के संयुक्त जलावतरण में भी भाग लेंगे तथा विश्व हिंदी सचिवालय भवन के निर्माण कार्य के शुभारंभ का हिस्सा बनेंगे.
इससे पहले आज भारत ने रणनीतिक महत्व वाले हिंद महासागर क्षेत्र के देश सेशेल्स में अपना प्रभाव बढाने के लिए इस देश को चार समझौतों के तहत जलीय भंडारों के मानचित्रण में मदद करने पर सहमति जताई. मोदी की यात्रा के दौरान इन समझौतों पर दस्तखत किये गये. उन्होंने सेशेल्स के साथ सुरक्षा सहयोग बढाने के लिए एक तटीय निगरानी राडार प्रणाली का शुभारंभ किया.
मोदी ने यह घोषणा भी की कि भारत सेशेल्स को एक दूसरा ड्रोनियर विमान देगा और सेशेल्स के राष्ट्रपति जेम्स एलिक्स माइकल के साथ आमने-सामने सीधी बातचीत और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद उसके नागरिकों के लिहाज से तीन महीने के लिए आगमन पर निशुल्क वीजा भी प्रदान करेगा.
आगामी 13 मार्च से प्रधानमंत्री की श्रीलंका की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं को और मजबूती प्रदान करने का अवसर देगी.मोदी एक महीने के अंदर दूसरी बार राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से शिखरवार्ता करेंगे. इससे पहले श्रीलंकाई राष्ट्रपति पिछले महीने भारत यात्रा पर आये थे.मोदी की श्रीलंका यात्रा 1987 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस द्वीपीय देश की पहली यात्रा होगी.