लखवी को रिहाई से पहले फिर से हिरासत में लिया जाना पाक की कोई नयी चाल तो नहीं

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के जेल अधिकारियों ने आज 2008 के मुंबई हमलों के मुख्य षड्यंत्रकर्ता जकीउर रहमान लखवी को रिहा करने से इनकार कर दिया. पाकिस्तानी जेल अधिकारियों ने इस पर दलील देते हुए कहा कि लखवी की रिहाई का आदेश फैक्स से प्राप्त हुआ है इसलिए लखवी को रिहा नहीं किया जा सकता. अधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2015 3:41 PM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के जेल अधिकारियों ने आज 2008 के मुंबई हमलों के मुख्य षड्यंत्रकर्ता जकीउर रहमान लखवी को रिहा करने से इनकार कर दिया. पाकिस्तानी जेल अधिकारियों ने इस पर दलील देते हुए कहा कि लखवी की रिहाई का आदेश फैक्स से प्राप्त हुआ है इसलिए लखवी को रिहा नहीं किया जा सकता. अधिकारी ने कहा, ‘हमने उनसे (लखवी के वकील से) कहा कि वे अदालत के आदेश की प्रमाणित प्रति लाएं.’ अब सवाल है कि पाकिस्तानी जेल अधिकारियों को यह पहले सोंचना चाहिए था कि फैक्स से प्राप्त कोर्ट के आदेश पर लखवी को नहीं छोडा जा सकता है.

ऐसे में उसने भारत के विरोध के बाद यह निर्णय क्यों लिया कि लखवी को फिलहाल छोडा नहीं जाएगा? शिमला समझौता, कश्मीर विवाद, लाहौर समझौता से लेकर हाल के दिनों में भी लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन इस बात का गवाह है कि पाकिस्तान के कथनी और करनी में काफी अंतर है. ऐसे में भारत के विरोध पर लखवी की रिहाई को टाल देना उसकी कोई नयी रणनीति हो सकती है.

कल इस्लामाबाद कोर्ट ने रिहाई के आदेश दिये थे

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर लखवी (54) को हिरासत में रखे जाने के आदेश पर रोक लगाते हुए उसे तुरंत रिहा करने का आदेश दिया था.

भारत ने पाक उच्चायुक्त को तलब कर विरोध दर्ज किया था

लखवी की रिहाई की खबर के बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज करायी थी. भारत में मौजूद पाकिस्‍तानी उच्‍चायुक्‍त को भी तलब कर उनसे पूछा गया था कि आखिर पाकिस्‍तान कैसे लखवी को रिहा कर सकता है. कार्यवाहक विदेश सचिव अनिल वाधवा ने बासित को साउथ ब्लॉक तलब किया और अदालती आदेश को लेकर भारत की अप्रसन्नता से उन्हें अवगत कराया.

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने भी जतायी थी आपत्ति

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट की ओर से लखवी को रिहा करने का आदेश दिए जाने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पर्याप्त सबूत होने के बावजूद इस्लामाबाद ने उसे अदालत के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया.

अमेरिका ने भी बनाया दबाव

अमेरिका ने पाक से कहा, मुंबई हमले के षड्यंत्रकर्ताओं को कानून की पकड में लाएं.अमेरिका ने भी लखवी की रिहाई पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पाकिस्तान से कहा कि वह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के षड्यंत्रकर्ताओं को कानून की पकड में लाने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करे. अमेरिका का यह बयान पाकिस्तान की एक अदालत द्वारा लश्करे तैयबा के कमांडर जकी उर रहमान लखवी को रिहा करने के आदेश के बाद आया है. अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन पास्की ने यहां अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पाकिस्तान की सरकार ने मुंबई आतंकवादी हमलों के षड्यंत्रकर्ताओं, वित्त पोषण करने वालों और प्रायोजकों को कानून की पकड में लाने में सहयोग देने की प्रतिबद्धता जतायी थी. हम पाकिस्तान से अनुरोध करते हैं कि वह अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करे.’ उन्होंने कहा, ‘हम उन खबरों पर निगाह रख रहे हैं जिनके अनुसार इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने मुंबई हमले के कथित मुख्य षड्यंत्रकर्ता के हिरासत आदेश को निलंबित कर दिया.’ पास्की ने कहा कि वह अभी जेल में ही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लडाई में एक महत्वपूर्ण भागीदार है.

गौरतलब है कि लखवी सहित छह अन्य संदिग्धों को फरवरी 2009 से हिरासत में लिया गया था. उस पर नवंबर 2008 में मुंबई हमले की साजिश का आरोप है, जिसमें 166 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 600 से अधिक घायल हो गए थे.

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