नयी दिल्ली: हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढती आक्रामकता के बीच जापान ने आज रक्षा एवं सुरक्षा क्षेत्र में भारत के साथ बेहतर सहयोग पर जोर दिया जिनमें समुद्री सुरक्षा का क्षेत्र शामिल है.
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने साफ किया कि भारत जापान के साथ अपने संबंधों को ‘बहुत महत्व’ देता है और जापान रक्षा प्रोद्योगिकी क्षेत्र समेत ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में एक विशेष सहयोगी है.जापान की चार दिनों की यात्रा पर गए पर्रिकर ने आज वहां के विदेश मंत्री फुमियो किशिदा के साथ बातचीत की.वार्ता के दौरान किशिदा ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक हितों की समानता पर जोर दिया और द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढाने की जापान की इच्छा से अवगत कराया जिसमें समुद्री सुरक्षा का क्षेत्र शामिल है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि किशिदा ने कहा कि जापान भारत के साथ आर्थिक सहयोग को और बढावा देना चाहता है एवं क्षेत्रीय संपर्क को बढाने के लिए मिलकर काम करना चाहता है. पर्रिकर ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने की जापान की पहल का स्वागत किया.जापान के चीन के साथ जारी विवाद के बीच भारत और जापान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं. जापान और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर में कुछ द्वीपों पर अधिकार को लेकर विवाद चल रहा है.
पर्रिकर ने कहा कि भारत जापान के साथ संबंधों को बहुत महत्व देता है जो इस बात से साफ होता है कि उन्होंने रक्षा मंत्री का पद संभालने के बाद पहले विदेशी दौरे के लिए जापान को चुना.पर्रिकर ने कल जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे से मुलाकात की थी जिन्होंने उनसे कहा कि ‘एक मजबूत’ भारत-जापान सहयोग ना केवल ‘दोनों देशों के राष्ट्रीय हित में है’ बल्कि ‘क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण’ है.