बॉलीविया के साथ विवाद के चलते ब्राजील के विदेश मंत्री का इस्तीफा
ब्रासीलिया : ब्राजील के विदेश मंत्री ने ला पाज के साथ बढ़ते तनाव के कारण इस्तीफा दे दिया है. इस तनाव की मुख्य वजह ब्राजीलियाई राजनयिकों द्वारा ला पाज में भ्रष्टाचार के आरोपों में वांछित बॉलीवियाई विपक्ष के एक सीनेटर को भगा लाना है.एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया, ‘‘राष्ट्रपति डिल्मा राउसेफ ने मंत्री :एंटोनियो पेट्रियोटा: […]
ब्रासीलिया : ब्राजील के विदेश मंत्री ने ला पाज के साथ बढ़ते तनाव के कारण इस्तीफा दे दिया है. इस तनाव की मुख्य वजह ब्राजीलियाई राजनयिकों द्वारा ला पाज में भ्रष्टाचार के आरोपों में वांछित बॉलीवियाई विपक्ष के एक सीनेटर को भगा लाना है.एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया, ‘‘राष्ट्रपति डिल्मा राउसेफ ने मंत्री :एंटोनियो पेट्रियोटा: का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.’’ उन्होंने बताया कि उनकी जगह संयुक्त राष्ट्र में ब्राजील के राजदूत लुईस एल्बटरे फिगुइरीडो लेंगे.
ब्राजील के एक राजनयिक ने कल खुलासा किया था कि उन्होंने बॉलीवियाई विपक्ष के एक सीनेटर की ब्राजील भगा लाने में मदद की थी. यह सीनेटर राजनीतिक शरण दिए जाने के बावजूद ला पाज स्थित ब्राजीलियाई दूतावास में 15 माह तक घिरे रहे थे.
बॉलीवियाई राष्ट्रपति ईवो मोरेल्स के प्रतिद्वंद्वी सीनेटर रोजर पिंटो दूतावास की कार में सवार होकर शुक्रवार को भाग निकले थे. इस कार की सुरक्षा में ब्राजीलियाई मरीन लगे थे. उन्होंने ला पाज से दक्षिण पश्चिमी ब्राजीलियाई शहर कोरुंबा तक 1600 किलोमीटर की 22 घंटे की यात्र की थी.राजनयिक ने कहा कि उन्होंने पिंटो की मदद का फैसला इसलिए किया ‘‘क्योंकि वहां सीनेटर के जीवन और सम्मान को खतरा था.’’उन्होंने कहा कि पिंटो अवसाद में थे और आत्महत्या की सोच रहे थे.
बॉलीवियाई सरकार पिंटो को भगोड़ा मानती है जिन्हें भ्रष्टाचार के मामले में एक साल कैद की सजा सुनाई गई थी.उन्होंने पिछले साल खुद को राजनीति से प्रेरित मुकदमों का पीड़ित बताते हुए ब्राजीलियाई दूतावास से शरण मांगी थी. इसके चलते ला पाज और ब्रासीलिया के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं.
मोरेल्स ने पिछले साल कहा था कि पिंटो को शरण देने का ब्राजील का फैसला ‘एक गलती’ था.